बदलाव:स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम में शिक्षक बनेंगे स्वास्थ्य राजदूत
आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत ‘स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम’ का आयोजन होगा। इसके तहत शिक्षकों को स्वास्थ्य राजदूत बनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के मद्देनजर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली से आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है।
स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयास से स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ ही विभिन्न स्कूलों में स्वास्थ्य से संबंधित कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चों में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता से संबंधित जागरूकता पैदा करने और विद्यालय स्तर पर संचालित स्वास्थ्य गतिविधियों को प्रोत्साहित करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है।
इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अपर सचिव सह निदेशक गिरिवर दयाल सिंह एवं प्राथमिक शिक्षा के निदेशक डॉ.रणजीत कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन, जिला शिक्षा पदाधिकारी व डीपीओ को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया हैं।
विभिन्न विद्यालयों में स्वास्थ्य व्यवहार को बढ़ावा देने और रोगों के रोकथाम के लिए एक महिला व एक पुरूष शिक्षक को हेल्थ एंड वेलनेस एम्बेसडर के रूप में नामित कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।
दोनों शिक्षक प्रत्येक बुधवार को हेल्थ एंड वेलनेस दिवस का आयोजन कर सप्ताह में कम से कम एक घंटे तक स्कूली बच्चों को रोचक कहानी व अन्य गतिविधियों के माध्यम से सत्रों का संचालन करेंगे। स्वास्थ्य से संबंधित संदेशों को समाज के हर तबकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी के लिए विभिन्न कक्षाओं से दो छात्रों का चयन किया जाएगा।
जो हेल्थ एंड वेलनेस संदेश वाहक के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। जिला कार्यक्रम प्रबंधक ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि सरकारी एवं सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालयों के 6 से 18 वर्ष तक के स्कूली बच्चों को स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न तरह के गतिविधियों के बारे में जागरूक किया जाएगा।