विकास:बेगूसराय रेलवे स्टेशन : बाहर की खाली जमीन पर बनेगा शॉपिंग मॉल
- प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री की जवाबदेही भी मिल सकती है निजी कंपनियों को, निर्माण के लिए निजी कंपनी को सौंपने पर हो रहा है विचार
- प्लेटफॉर्म की सफाई व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था एवं सुलभ शौचालय की व्यवस्था पहले ही निजी कंपनी के जिम्मे, जल्द ही बदल सकती है स्टशन की सूरत
रेलवे जिस तरह पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में स्टेशनों के सौंदर्यीकरण एवं वहां के यात्री सुविधा के विकास को लेकर खाका तैयार कर रही है। उसके बाद बेगूसराय रेलवे स्टेशन का ना सिर्फ नजारा बदल जाएगा। बल्कि रेल यात्रियों को मिलने वाली सुविधा के साथ-साथ शहरवासियों को भी इस योजना से कई लाभ प्राप्त हो सकती है। इतना ही नहीं इससे रेलवे को व्यय होने वाले राशि में कमी एवं राजस्व की प्राप्ति में वृद्धि तो होगी। यह अलग बात है कि इस बदलाव एवं यात्री सुविधा के बदले आम लोगों पर खर्च का भी बोझ बढ़ेगा।
पूर्व मध्य रेलवे के पांच स्टेशनाें काे किया गया चिह्नित
दरअसल रेलवे देश के व्यस्ततम एवं महत्वपूर्ण स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधा से लैस करने का भी खाका तैयार कर रही है। इसी दौरान यात्रियों एवं आम लोगों की सुविधा बढ़ाने एवं रेलवे राजस्व की प्राप्ति को ध्यान में रखकर रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों एवं रेल परिसरों की खाली पड़ी बेकार जमीन को निजी कंपनियों को सौंप कर वहां शॉपिंग मॉल व अन्य लोगों के सुविधा से जुड़ी व्यवस्था बनाए जाने का भी निर्णय लिया।
स्टेशन के बाहर शॉपिंग मॉल बनाने काे लेकर रेलवे कंपनियाें काे सौंपेगी जमीन
अब रेलवे ने बेगूसराय सहित चिन्हित रेलवे स्टेशन के बाहर खाली व बेकार जमीन का सदुपयोग कर उससे एक ओर मोटी रकम रेल राजस्व के रूप में प्राप्त करने और दूसरी ओर इससे रेल यात्रियों एवं आम जनता को अधिक सुविधा उपलब्ध करवाने की योजना बनाई है।
टेंडर के आधार पर मिलेगी कंपनियाें काे जमीन व अन्य कार्याें की जवाबदेही
पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में इन कार्यों को रेलवे लैंडलाइन डेवलपमेंट अथॉरिटी को सौंपा जाएगा। जो निजी कंपनी टेंडर में सफलता हासिल करेगा उसे ही इस स्टेशनों के विकास एवं इससे जुड़े अन्य कार्यों के संपादन की जवाबदेही सौंपी जाएगी। जहां एक ओर स्टेशनों पर यात्री सुविधा एयरपोर्ट की तर्ज पर विश्वस्तरीय बनाने की योजना है।
श्री कुमार ने कहा कि ट्रेनों के परिचालन, टिकट बुकिंग, सुरक्षा व अन्य तमाम जवाबदेही रेलवे के पास होगी। जबकि प्लेटफार्म और रेल परिसर की सफाई, पार्किंग, ट्रेनों में पानी भरने, ट्रेनों की सफाई, प्लेटफार्म पर फूड स्टॉल एवं अन्य बड़े स्टॉलों के संचालन सहित अन्य जवाबदेही बड़ी-बड़ी कंपनियों को सौंपी जा सकती है।