शहीद की अश्रुपूर्ण विदाई:राजकीय सम्मान के साथ जलगांव में हुआ शहीद यश का अंतिम संस्कार, महाराष्ट्र सरकार देगी एक करोड़ की सहायता राशि
26 नवंबर को श्रीनगर में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए पिंपलगांव के यश दिगंबर देशमुख (21) का पूरे राजकीय सम्मान के साथ शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार से पहले शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे गांव में एक तिरंगा यात्रा भी निकाली गई। इस दौरान सड़कों के किनारे खड़े लोग रोते हुए नजर आए।
उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए जिले के गार्जियन मंत्री गुलाबराव पाटिल, कृषि मंत्री दादा भूसे, स्थानीय सांसद उन्मेष पाटिल, विधायक मंगेश चव्हाण भी मौजूद थे।
शहीद यश दिगंबर देशमुख (21) का पार्थिव शरीर शुक्रवार रात विशेष विमान से नासिक लाया गया। यहां से विशेष वाहन में इसे शनिवार सुबह 9 बजे चालीसगांव के पिंपलगांव लाया गया। तकरीबन तीन घंटे तक लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखे पार्थिव को दोपहर एक बजे के आसपास अग्नि में प्रवाहित कर दिया गया। शहीद के पार्थिव को तिरंगे में लपेट कर रखा गया था। शहीद को विदाई देने के लिए सेना के कई बड़े अधिकारी भी नासिक से उनके गांव आये थे।
महाराष्ट्र सरकार देगी एक करोड़ रुपए की सहायता राशि
शहीद की चिता को उनके बड़े भाई पंकज ने मुखाग्नि दी। इस दौरान मंत्री दादा भुसे ने कहा कि शहीद वीर जवान देशमुख के परिवार को महाराष्ट्र सरकार से एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। वहीं विधायक मंगेश चव्हाण ने आश्वासन दिया कि वे वीर यश की याद में गांव में एक स्मारक का निर्माण करवाएंगे।
एक साल पहले हुए थे सेना में भर्ती
यश दिगंबर देशमुख पिछले ही साल सेना में भर्ती हुए थे। गुरुवार शाम साढे चार बजे यश के पिता को उनके पुत्र के शहीद होने की दुःखद खबर सेना द्वारा दी गई थी। इस खबर के आते ही समूचे जिले में शोक की लहर फैल गई है। यश मराठा रेजिमेंट में तैनात थे। शहीद के सम्मान में पूरे इलाके में दो दिन तक दुकानों को बंद रखने का फैसला लिया गया है।
आतंकी हमले में ऐसे हुई दो जवानों की शहादत
जानकारी के मुताबिक, श्रीनगर के HMT इलाके में सुरक्षा दल की टुकड़ी पर तीन आतंकियों ने अचानक हमला बोल दिया था। इस हमले में दो जवान शहीद हुए हैं जबकि तीन अन्य जख्मी हुए हैं। घायलों का इलाज के लिए अस्पताल भर्ती किया गया है। वहीं आतंकियों को पकड़ने के लिए सेना ने इलाके की घेराबंदी की है। सेना द्वारा बताया गया है कि आतंकी मारूति कार से आए थे और उन्होंने अचानक सेना के जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए। यह कायराना हमला जैश के आतंकियों द्वारा किये जाने की पुष्टि हुई है।