ऑनलाइन एडमिशन:प्रोफेसर्स की आपत्ति, सत्यापन केंद्रों पर ड्यूटी को लेकर दिनभर मशक्कत; एमवीएम में अल्टरनेट-डे ड्यूटी पर महिला प्रोफेसर्स ने जताई आपत्ति, इसके बाद बदली गई व्यवस्था
- सत्यापन केंद्रों पर ड्यूटी को लेकर होती रही मशक्कत, बहाने बनाता रहा स्टाफ
उच्च शिक्षा विभाग की ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन यह प्रकिया नाममात्र की ऑनलाइन है। प्रक्रिया ऑनलाइन हाेने के बावजूद हजाराें स्टूडेंट काॅलेज पहुंचकर सत्यापन कराने काे मजबूर हैं। सभी का ई-सत्यापन संभव नहीं है। यह हाल तब है जब उच्च शिक्षा विभाग 2012 से प्रदेश स्तर पर ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया आयोजित करता आ रहा है। अव्यवस्था के बीच दूसरे ही दिन और सत्यापन केंद्र बनाने और ड्यूटी लगाने पर मशक्कत हाेती रही। वहीं आधे से ज्यादा स्टाफ ड्यूटी आने काे लेकर तरह-तरह के बहाने करते हैं।
गुरुवार को शहर के दो बड़े कॉलेजों में प्रोफेसर्स ड्यूटी लगाने की व्यवस्था पर सवाल खड़े करते रहे। नूतन गर्ल्स कॉलेज और एमवीएम में प्रोफेसर्स ने उनकी ड्यूटी लगाने को लेकर आपत्ति लगाई। एमवीएम में प्राचार्य डॉ. आरके सिंह ने एक-एक दिन छोड़कर प्रोफेसर्स की ड्यूटी लगाई। साथ ही कहा कि जिस दिन जिनकी ड्यूटी होगी उस दिन उन सभी को दोनों शिफ्टों में काम करना होगा। लेकिन महिला प्रोफेसर्स इसके लिए तैयार नहीं हुई। उन्होंने कहा कि टॉयलेट्स बहुत गंदे हैं। इसलिए एक शिफ्ट में ड्यूटी कर सकेंगे। इसके बाद निर्णय लिया है कि आधी टीम सुबह की शिफ्ट में आएगी और आधी टीम दोपहर में। वहीं प्राचार्य डॉ. सिंह का कहना है कि महिला प्रोफेसर्स की आपत्ति की बात मेरे संज्ञान में आई है। मुख्य लिपिक को पूरी सफाई की जिम्मेदारी पूर्व में ही दे दी गई थी। लेकिन वे छुट्टी पर चले गए। 10 दिन के लॉकडाउन के बाद कॉलेज खुला था। सफाई कराई जा रही है।
नूतन कॉलेज में प्रोफेसर्स बोले एक साथ नहीं आएंगे सभी
नूतन कॉलेज में भी सत्यापन के लिए एडमिशन कमेटी में शामिल फैकल्टी व नाॅन टीचिंग स्टाफ को रोज बुलाया जा रहा है। फैकल्टी को दो-दो घंटे के रोटेशन से ड्यूटी करना पड़ेगा। इसको लेकर फैकल्टी ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि इस व्यवस्था से विभाग के रोटेशन नियम का पालन नहीं होगा। सभी की समान रूप से ड्यूटी लगाने की मांग की गई है।
जरूरत के हिसाब से फैकल्टी बुलाएंगे एचओडी : पीएस
नूतन कॉलेज में सुबह 11 बजे प्रमुख सचिव अनुपम राजन आयुक्त मुकेश शुक्ला भी निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने सिर्फ सभागार में सत्यापन केंद्र बनाने पर आपत्ति ली और निर्देश दिए कि अलग-अलग दिशाओं में अलग-अलग कक्ष में सत्यापन केंद्र बनाएं, जिससे परिसर में एक जगह भीड़ एकत्रित नहीं हो सके। उन्हाेंने एमएलबी का भी निरीक्षण किया।
ओएसडी रखेंगे भोपाल के कॉलेज पर नजर, आयुक्त को देंगे रिपोर्ट
आयुक्त मुकेश शुक्ला ने गुरुवार को एक आदेश जारी कर 5 ओएसडी को भोपाल शहर के सरकारी कॉलेजों के लिए तैनात किया है। वे आगामी निर्देश तक रोजाना काॅलेजों का निरीक्षण करेंगे और शाम 4 बजे तक आयुक्त को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि अन्य शहरों के लिए क्या व्यवस्था की गई है। इस मामले में आयुक्त शुक्ला का कहना है कि संभागीय मुख्यालय में एडीशनल डायरेक्टर व जिला मुख्यालय में अग्रणी प्राचार्य टीम बनाकर व्यवस्थाएं देखेंगे।