खुद मौत से हारकर संवारी 5 लोगों की जिंदगी:ब्रेन डेड महिला के 5 अंगों से मिला जरूरतमंदों को नया जीवन; ग्रीन कॉरिडोर बनाकर तय की गई 35 मिनट में 48 किमी की दूरी
- अलीगढ़ की रहने वाली थी महिला, पेशे से थी शिक्षक
- पति ने इंसानियत के नाते अंगों को किया दान, हार्ट मुंबई तो फेफड़े चेन्नई भेजे गए
उत्तर प्रदेश के नोएडा में गुरुवार को मेडिकल हिस्ट्री का एक ऐसा मामला सामने आया, जिसे सुनकर-पढ़कर हर किसी का मन सैल्यूट करने का करे। दरअसल, अलीगढ़ की एक 44 साल की महिला का मस्तिष्क डेड हो चुका था। लेकिन उसके हृदय, फेफड़े व किडनियों से देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले 5 लोगों को नया जीवनदान मिला है। मामला नोएडा के फोर्टिस अस्पताल का है। अस्पताल प्रबंधन ने गुरुवार की दोपहर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सभी अंग भेज दिए गए। ये अंग दिल्ली, चेन्नई, मुंबई और नोएडा के मरीज में प्रत्यारोपित किए गए।
बुधवार रात अचानक ब्रेन डेड हो गया था
दरअसल, अलीगढ़ के मैरिस रोड की रहने वाली पूजा भार्गव को मस्तिष्क संबंधी समस्या था। सात दिन पहले उन्हें परिवार वालों ने नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया था। बुधवार रात 12:43 बजे अचानक उनका ब्रेन डेड हो गया। डॉक्टरों ने मौत से पहले ही परिवार को इस बाबत जानकारी दे दी थी। साथ ही महिला के पति सौरभ भार्गव से महिला के शरीर के अंगों को दान करने की अपील की थी। काफी विचार विमर्श के बाद सौरभ इंसानियत के नाते तैयार हो गए।
नोटो ने जरूरतमंदों को खोजा
इसके बाद फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन ने नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन (नोटो) से संपर्क साधा और अंगदान संबंधी जानकारी दी। नोटो ने देशभर के सभी अस्पतालों में जरुरतमंदों की लिस्ट के आधार पर मुंबई और चेन्नई के अस्पताल में भर्ती मरीजों को चुना। आज सुबह 11 बजे महिला के अंग प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की। करीब साढ़े तीन घंटे के ऑपरेशन के बाद महिला के शरीर से हृदय निकालकर चेन्नई के एमजीएम अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं फेफड़ों को मुंबई स्थित सर एचएन रिलांयस अस्पताल पहुंचाया गया।
अंगों को 35 मिनट में दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचाया गया
सेक्टर-62 फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन ने फेफड़ों को ग्रीन कॉरिडोर के जरिए 48 किमी की दूरी तय कर करीब 35 मिनट में दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचाया। वहां से हवाई जहाज से मुंबई भेज दिए गए। फेफड़ों को मुंबई में एचएन रिलायंस को हस्तांतरित किया गया है। महिला की एक किडनी दिल्ली के शालीमार स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती मरीज के लिए भेजी गई है। जबकि दूसरी किडनी व लिवर सेक्टर 62 के ही फोर्टिस अस्पताल में भर्ती मरीज के काम आई है।
नोएडा और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को कहा शुक्रिया
फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा के जोनल डायरेक्टर हरदीप सिह ने कहा कि हम इस नेक काम के लिए दाता परिवार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। नोएडा और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अपने गंतव्य के लिए पुन: प्राप्त अंगों की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए जो भूमिका निभाई है, वह सराहनीय है। हम पूरी प्रक्रिया के दौरान उनके समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हैं।