हाथरस का बूलगढ़ी बना सियासी अखाड़ा:आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पर स्याही फेंकी गई, पीएफआई का एजेंट बताया, गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मुलाकात करने पहुंचे थे
- आप सांसद संजय सिंह ने गैंगरेप मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में किए जाने का मुद्दा उठाया
- स्याही फेंकने वाले दीपक शर्मा को पुलिस ने हिरासत में लिया, आप डेलीगेशन ने कहा- ये भाजपा वालों की साजिश
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ कथित बलात्कार और उसकी मौत के बाद योगी सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है। बीते शनिवार से राहुल-प्रियंका गांधी और उसके बाद रविवार को सपा, रालोद और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर रावण ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। फिलहाल, पीड़िता का बूलगढ़ी गांव सियासी पार्टियों के लिए एक तरह का टूरिज्म स्थल बन गया है। सोमवार को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में होनी चाहिए।
संजय सिंह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस बीच, एक अज्ञात शख्स ने पीएफआई के दलालों वापस जाओ का नारा लगाते हुए संजय सिंह पर स्याही फेंक दी। युवक को हिरासत में ले लिया गया है। आप कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ये भाजपा ने कराया है। आरोपी युवक का नाम दीपक शर्मा बताया जा रहा है। आप कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू किया तो पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया है।
भाजपा का इतिहास सांप्रदायिक भेदभाव का
सांसद संजय सिंह के साथ दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल, पंजाब के नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा, विधायक रेखा बिड़ला बूलगढ़ी गांव पहुंची थीं। इससे पहले गांव के बाहर बैरिकेडिंग पर सभी को पुलिस ने रोक लिया। इस पर आप कार्यकर्ताओं ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी की आवाज को पुलिस की लाठियों से दबाने की एक और कोशिश की गई है। गैंगरेप पीड़ित का परिवार डरा-सहमा महसूस कर रहा है। दुख के समय में पूरी तरह से हम परिवार के साथ खड़े हैं।
हाथरस मामले की सीबीआई जांच सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में हो। हाथरस के बहाने यूपी में दंगे की साजिश के सवाल पर सांसद ने कहा कि जिस भाजपा का इतिहास सांप्रदायिक भेदभाव का रहा है, वो दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं। ये बेहद हास्यास्पद है। उन्होंने डीएम का नार्को टेस्ट कराए जाने और उन्हें बर्खास्त किए जाने का मुद्दा उठाया है।
महिला आयोग सदस्या ने ली परिवार की सुधि
राष्ट्रीय महिला आयोग ने हाथरस दुष्कर्म मामले का संज्ञान लिया है। सोमवार को आयोग सदस्या सारिका चौधरी ने बूलगढ़ी गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। चौधरी ने पीड़ित परिवार से उनका दुख दर्द बांटा। सारिका ने कहा कि जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और जिलाधिकारी पर कहा कि उन्होंने बार-बार बयान बदले हैं। जिसको लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इसकी रिपोर्ट हम सौंपेंगे। ये लोकतंत्र की पूरी तरह से हत्या है।
चंद्रशेखर समेत 500 पर केस दर्ज
बूलगढ़ी गांव में सोमवार को हंगामा करने के मामले में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण समेत 500 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। सोमवार को बुलंदशहर में चंद्रशेखर ने कहा कि हाथरस के पीड़ित परिवार की जान को खतरा है। यूपी पुलिस सरकार के एजेंट की तरह काम कर रही है। चंद्रशेखर ने दावा किया कि आसपास पंचायत हो रही है, जिसके कारण कभी भी भीड़ का बहाना लेकर हमला हो सकता है। चंद्रशेखर ने पीड़ित परिवार के लिए Y श्रेणी की सुरक्षा की मांग की है। अगर ये मांग पूरी नहीं होती है तो मैं विधानसभा का घेराव करूंगा। अगर हमारा परिवार डर के साए में जिएगा तो मुख्यमंत्री को चैन से सोने नहीं दिया जाएगा।
डीएम पर भी उठाए सवाल, बोले- क्यों नहीं हटाया
चंद्रशेखर ने पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस सरकार के इशारे पर काम कर रही है। पीड़ित परिवार के मना करने पर भी उनकी बेटी के शव को जला दिया गया। ऐसे डीएम को मुख्यमंत्री क्यों हटाएंगे। सबूत मिटाने के आरोप में सेक्शन 4 के तहत डीएम पर केस होना चाहिए। नहीं तो मैं विधानसभा का घेराव भी करूंगा और जब कल 2022 में सरकार बदलेगी तो इस डीएम को इसके किए की सजा मिलेगी।