यूपी में माहौल बिगाड़ने की साजिश:मथुरा से पकड़े गए पीएफआई सदस्यों से ईडी करेगी पूछताछ, अगले सप्ताह रिमांड के लिए कोर्ट में दाखिल करेगी अर्जी
- पूछताछ के दौरान जातीय हिंसा भड़काने के पुख्ता सबूत मिलने पर अलग से दर्ज होगा केस
- पकड़े गए पीएफआई के सदस्य मसूद अहमद के बहराइच आवास पर की गई छापेमारी
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक दलित युवती के साथ हुए गैंगरेप के बाद मथुरा में पकड़े गये पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चारों सदस्यों से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ करेगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा इसके लिए अगले हफ्ते मथुरा की अदालत से चारों को रिमांड़ पर लेने की अर्जी दाखिल की जाएगी। यदि पूछताछ के दौरान हाथरस कांड में जातीय हिंसा भड़काने के लिए के पुख्ता सुबूत हाथ लगते हैं तो ईडी द्वारा उनके खिलाफ अलग से केस दर्ज हो सकता है।
राजधानी लखनऊ स्थित ईडी कार्यालय के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह ने इसकी पुष्टि की है। दूसरी ओर मथुरा से पकड़े गए पीएफआई के सदस्य मसूद अहमद के बहराइच स्थित आवास पर मथुरा पुलिस ने छापेमारी भी की है।
मथुरा पुलिस ने सोमवार को हाथरस जाने का प्रयास कर रहे पीएफआई के सदस्यों केरल के मल्लपुरम निवासी पत्रकार सिद्दीक कप्पन‚ मुजफ्फरनगर निवासी अतीक उर रहमान‚ बहराइच निवासी मसूद अहमद और रामपुर निवासी आलम को गिरफ्तार किया था। पुलिस का दावा था कि चारों एक साजिश के तहत हाथरस जा रहे थे और उनका इरादा माहौल खराब करने का था।
चारों आरोपियों से पूछताछ करेगी ईडी
इन चारों की गिरफ्तारी के बाद ईडी भी सतर्क हो गयी और उसने अब चारों से पूछताछ करने का फैसला लिया है। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक पीएफआई के खिलाफ पूर्व में दर्ज केसों के आधार पर ही चारों को रिमांड़ पर लिया जाएगा। उनसे पूछताछ में यदि हाथरस कांड को लेकर फंडिंग के ठोस प्रमाण मिलते हैं तो उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
पुराने खाते की डिटेल भी खंगालने में जुटी ईडी
पीएफआई के पकड़े गए चारों सदस्यों के बारे में ईडी की टीम पुराने खाते की डिटेल खंगालने में जुटी है। चारों के खातों के बारे में हुए ट्रांजेक्शन के बारी में जानकारी कर रही है। यहीं नहीं, उनके परिवार के भी खातों की डिटेल के लिए डिटेल जुटा रही है। इस मामले में ईडी की एक टीम बहराइच जिले में दो दिन से डेरा डाले हुए हैं।