द्वारिकाधीश मंदिर में जन्माष्टमी:पंचामृत से हुआ ठाकुरजी का अभिषेक, दर्शन के लिए भक्तों की अंखियां तरसीं, गेट पर हाथों को जोड़ की अर्चना
- पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठाकुर द्वारिकाधीश में धूमधाम से मनाया गया कृष्ण जन्मोत्सव
- धार्मिक आयोजन की समस्त विधियों का हुआ लाइव प्रसारण
देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व उल्लासपूर्वक मनाया जा रहा है। धार्मिक नगरी मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर जहां रात 12 बजे भगवान कृष्ण का प्राकट्योत्सव मनाया जाएगा, वहीं, वृंदावन के द्वारिकाधीश मंदिर में सुबह सवा छह बजे से ही धार्मिक आयोजन जारी हैं। यहां मान्यता है कि भगवान कृष्ण दिन में ही प्रगट हुए थे। कोरोनावायरस के चलते यहां भी आमजन को कार्यक्रम में शिरकत करने की अनुमति नहीं है। जो भी भक्त पहुंचे, वे मंदिर गेट पर ही अर्चना कर वापस लौट गए।
प्रबंध कमेटी प्रवक्ता राजेश तिवारी ने बताया कि पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश में अजन्मे कृष्ण का जन्म बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रातः काल 6:15 पर ठाकुर जी के मंगला के दर्शन खोले गए और 6:30 पर ठाकुर जी का भव्य पंचामृत अभिषेक हुआ और उसके ठाकुर जी का भव्य श्रृंगार हुआ। इसके बाद ठाकुर जी के राजभोग के दर्शन खुले। इस अवसर पर भक्त दर्शन नहीं कर सके और भक्तों के लिए विभिन्न चैनलों के माध्यम से ठाकुर जी के दर्शन कराए गए।
लोगों से यही अपील की जा रही है कि वह घर में रहें स्वस्थ रहें और ठाकुर जी का स्नान और ठाकुर जी का जन्म आपने अपने घरों में बड़ी धूमधाम से मनाएं। इस अवसर पर ठाकुर जी का पंचामृत अभिषेक मुखिया बृजेश कुमार सुधीर कुमार ने किया। इस अवसर पर मंदिर के अधिकारी वेद अशोक कुमार शर्मा रोकडिया, सत्यनारायण शर्मा, बृजेश चतुर्वेदी, राजीव चतुर्वेदी, कन्हैया, जीतू इत्यादि उपस्थित थे