इस सवाल का जवाब देकर पहली बार इंडियन गर्ल बनी 'मिस स्कूबा इंटरनेशनल'
7 वर्ष पहले
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पुणे: शहर की वर्षा राजखोवा 'मिस स्कूबा इंटरनेशनल-2016' का खिताब जीतने वाली पहली इंडियन गर्ल बन गई हैं। उन्होंने फाइनल में पहुंची 16 कंटेंस्टेंट्स को एक सवाल का जवाब देकर पछाड़ा और यह ताज अपने नाम कर लिया। कॉम्पटीशन रविवार को मलेशिया के सुतेरा हॉर्बर रिजॉर्ट में आयोजित हुआ था। इस एक सवाल ने दिलाया खिताब ...
- कॉम्पटीशन के दौरान उनसे पूछा गया, " इस प्रतियोगिता के दौरान आपने सबसे महत्वपूर्ण सबक क्या सीखा है?"
- इसके जवाब में वर्षा ने कहा, "यूनाइटेड होकर हम खड़े रह सकते हैं और विभाजित होकर हम गिर सकते हैं। हमें समुद्र और समुद्री जीवों की खूबसूरती को बचाने के लिए एक साथ आगे आना होगा।"
- इसी सवाल ने वर्षा को 16 फाइनलिस्टों से अलग किया और वे खिताब अपने नाम करने में कामयाब हुई।
- इसके जवाब में वर्षा ने कहा, "यूनाइटेड होकर हम खड़े रह सकते हैं और विभाजित होकर हम गिर सकते हैं। हमें समुद्र और समुद्री जीवों की खूबसूरती को बचाने के लिए एक साथ आगे आना होगा।"
- इसी सवाल ने वर्षा को 16 फाइनलिस्टों से अलग किया और वे खिताब अपने नाम करने में कामयाब हुई।
कौन हैं वर्षा राजखोवा
- असम में जन्मीं वर्षा आर्मी परिवार से हैं। वर्षा का परिवार फिलहाल पुणे में रहता है।
- पिछले 10 साल से शहर के विमान नगर इलाके में रह रही वर्षा ने पुणे के फेमस फरग्युसन कॉलेज से पढ़ाई की है।
- एनविरोन्मेंटलिस्ट वर्षा मॉडल के साथ इंटरनेशनल लेवल की डांसर, कोरियोग्राफर, नेशनल लेवल की स्वीमर और सर्टिफाइड डाइवर हैं।
- वे स्टेट लेवल की रनर और नेशनल लेवल की खो-खो प्लेयर भी हैं। उन्हें कविताएं लिखने का शौक अपने पिता से मिला।
- पिछले 10 साल से शहर के विमान नगर इलाके में रह रही वर्षा ने पुणे के फेमस फरग्युसन कॉलेज से पढ़ाई की है।
- एनविरोन्मेंटलिस्ट वर्षा मॉडल के साथ इंटरनेशनल लेवल की डांसर, कोरियोग्राफर, नेशनल लेवल की स्वीमर और सर्टिफाइड डाइवर हैं।
- वे स्टेट लेवल की रनर और नेशनल लेवल की खो-खो प्लेयर भी हैं। उन्हें कविताएं लिखने का शौक अपने पिता से मिला।
पेजेंट जीतने वाली पहली इंडियन
- रविवार को आयोजित इस पेजेंट का उद्देश्य समुद्र और समुद्री जीवों के संरक्षण को लेकर लोगों को जागरूक करना था।
- यह कॉम्पटीशन 2011 से हर साल आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य समुद्र और समुद्री जीवों के संरक्षण के लिए जागरूकता लाना है।
- मलेशिया के कोटा किनाबलू में आयोजित इस कॉम्पटीशन को वर्षा ने यह खिताब 16 फाइनलिस्ट को पछाड़ते हुए अपने नाम किया है।
- इसमें फिलीपींस की 27 वर्षीय मेरिल एंजेलाइन दूसरे और चीन की 24 वर्षीय सून जिटॉग तीसरे नंबर पर रहीं।
- वर्षा की जीत में खास बात यह रही कि इस कॉम्पटीशन में पहली बार कोई इंडियन लड़की शामिल हुई।
-वर्षा ने डाइविंग इंडस्ट्री और समुद्र संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई है।
- इवेंट के दौरान वर्षा ने कहा कि, भारत लौटने के बाद वे सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर समुद्री जीवों के संरक्षण को लेकर काम करेंगी।
- रविवार को आयोजित इस पेजेंट का उद्देश्य समुद्र और समुद्री जीवों के संरक्षण को लेकर लोगों को जागरूक करना था।
- यह कॉम्पटीशन 2011 से हर साल आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य समुद्र और समुद्री जीवों के संरक्षण के लिए जागरूकता लाना है।
- मलेशिया के कोटा किनाबलू में आयोजित इस कॉम्पटीशन को वर्षा ने यह खिताब 16 फाइनलिस्ट को पछाड़ते हुए अपने नाम किया है।
- इसमें फिलीपींस की 27 वर्षीय मेरिल एंजेलाइन दूसरे और चीन की 24 वर्षीय सून जिटॉग तीसरे नंबर पर रहीं।
- वर्षा की जीत में खास बात यह रही कि इस कॉम्पटीशन में पहली बार कोई इंडियन लड़की शामिल हुई।
-वर्षा ने डाइविंग इंडस्ट्री और समुद्र संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई है।
- इवेंट के दौरान वर्षा ने कहा कि, भारत लौटने के बाद वे सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर समुद्री जीवों के संरक्षण को लेकर काम करेंगी।
आगे की स्लाइड्स में देखिए वर्षा की कुछ और PHOTOS...
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