जयपुर। लिटरेचर फेस्टिवल में विज्ञान, जुल्म अपराध जैसे अलग अलग विषयों पर होने वाले सेशन साहित्यप्रेमियों को खूब लुभाए। सजायाफ्ता महिलाओं की जिंदगी पर आधारित वर्तिका नंदा की किताब ‘तिनका तिनका तिहाड़‘ खूब चर्चित रही। इसमें चार महिला कैदियों की कविताएं शामिल हैं। ये एक अलग विषय है कि उन महिलाओं ने क्या और कितना जघन्य अपराध किया? लेकिन हां एक नजर कविताओं को देखने में ही नजर आ जाता है कि जब तक वे जेलों में रहेंगी। तब तक रहेंगी कविताएं भी और उनके जरिए फूटती उम्मीदें भीं। इस किताब में चार महिला कैदियों की कहानी है। जिसे वर्तिका नंदा ने लिखा है।
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नोट : सभी फोटो जयपुर फेस्टिवल में वर्तिका नंदा की हैं