(फाइल फोटो- संसद भवन)
नई दिल्ली. संसद में आज केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली देश का आम बजट पेश करेंगे। अक्सर हंगामे और नेताओं में हुई तीखी बहस, मारपीट की घटनाओं से सुर्खियों में रहने वाला संसद भवन खासकर लोकसभा पर आज देश भर की निगाहें रहेंगी। देश की सबसे पुरानी और ऐतिहासिक इमारतों में से एक संसद भवन के अंदर की कुछ अनदेखी तस्वीरें सामने आई हैं।
संसद की इमारतों में संसद भवन, संसदीय सौध, स्वागत कार्यालय और निर्माणाधीन संसदीय ज्ञानपीठ अथवा संसद ग्रंथालय सम्मिलित है। इन सभी को मिलाकर संसद परिसर कहा जाता है। इसमें लंबे-चौड़े लॉन, जलाशय, फव्वारे और सड़कें बनी हुई हैं। यह सारा परिसर सजावटी लाल पत्थर की दीवारों तथा लोहे के जंगलों और लोहे के ही विशाल दरवाजों से घिरा हुआ है।
विदेशी वास्तुकारों ने तैयार किया था डिजाइन
संसद भवन का निर्माण 1921-1927 के दौरान किया गया था। भले ही इसका डिजाइन विदेशी वास्तुकारों ने बनाया था लेकिन भवन का निर्माण भारतीय सामग्री से तथा भारतीय सामग्री से तथा भारतीय श्रमिकों द्वारा किया गया था। तभी इसकी वास्तुकला पर भारतीय परंपराओं की गहरी छाप है।
यह विश्व के किसी भी देश में विद्यमान वास्तुकला का एक उत्कृष्ठ नमूना है। इसकी तुलना विश्व के सर्वोत्तम विधान-भवनों के साथ की जा सकती है। यह एक विशाल वृत्ताकार भवन है। जिसका व्यास 560 फुट तथा जिसका घेरा 533 मीटर है। यह लगभग छह एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। भवन के 12 दरवाजे हैं, जिनमें से पांच के सामने द्वार मंडप बने हुए हैं। पहली मंजिल पर खुला बरामदा हल्के पीले रंग के 144 चित्ताकर्षक खंभों की कतार से सुसज्जित हैं। जिनकी प्रत्येक की ऊंचाई 27 फुट है।
आगे पढ़ें क्यों सबसे खूबसूरत है सेंट्रल हॉल