ग्रेजुएशन से पीएचडी तक सिर्फ एक कोर्स

10 वर्ष पहले
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रायपुर। कुछ ही दिनों में 12वीं के छात्र सीधे बेसिक साइंस सेंटर की मदद से पीएचडी स्तर तक की पढ़ाई कर सकेंगे। पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी, सेंटर फॉर बेसिक साइंस पर काम कर रहा है।
विश्वविद्यालय अगले एक महीने के अंदर इस संबंध में कागजी कार्रवाइयां पूरी कर लेगा। इंटीग्रेटेड बेसिक साइंस का सिलेबस भी अलग होगा, जिसमें पूरा फोकस स्टडी टूल्स तैयार करना रहेगा। इससे पास होने वाले छात्रों को टीचिंग और रिसर्च में मौके मिलेंगे।
देश का भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बार्क) भी ऐसे विश्वविद्यालयों को ग्रांट देता है, जो इस कोर्स के जरिए रिसर्चर्स तैयार करते हैं। विश्वविद्यालय राज्य स्तर की तैयारियां पूरी करने के बाद भाभा रिसर्च सेंटर से अनुदान के लिए कोशिश करेगा। अगर सबकुछ ठीक रहा तो अगले सत्र से यह शुरू किया जा सकता है।
इसलिए बनाई योजना
कॉलेजों में शिक्षकों की कमी, लैब की असुविधा और शोध में कम भागीदारी जैसी बातों के मद्देनजर ही इसका फैसला लिया है। रविवि में ऐसा ही एक प्रयास पहले किया जा चुका है, जो स्टाफ की कमी के चलते सफल नहीं रहा।
इंटीग्रेटेड कोर्स हुआ फेल
रविवि के पूर्व कुलपति डॉ. लक्ष्मण चतुर्वेदी के समय विवि में पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू किए गए थे। इसके तहत 12वीं के छात्रों को दाखिला दिया गया। पांच वर्ष का कोर्स पूरा होने के बाद इन्हें सीधे पीजी की डिग्री मिलती थी। इसके फेल होने के पीछे शिक्षकों की कमी बड़ी वजह थी।
अगर ऐसा इसका भी हस्र न हो तो अच्छा है। फिलहाल, कोर्स का आखिरी साल जारी है, जिसमें मुट्ठी भर छात्र ही हैं। जानकारों के अनुसार विभिन्न विषयों के करीब 20 से ज्यादा कॉम्बिनेशन से यह कोर्स शुरू किया गया था।
क्वालिटी एजुकेशन
वर्तमान में छात्र प्रोफेशनल कोर्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं। ऐसे में हर संस्थान में शिक्षकों की कमी है। कई बार इन्हें योग्य शिक्षक ही नहीं मिल पाते। रविवि के कुलपति डॉ. एसके पाण्डेय के अनुसार यह सेंटर स्थापित होने से जहां छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन मिलेगा। वहीं, भविष्य में बेहतर शिक्षक भी मिल सकेंगे।
मुंबई जैसा होगा सेंटर
बेसिक साइंस सेंटर के विशेष पाठच्यक्रम देश के बड़े शहरों में ही हैं। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन रिसर्च (आईआईएसईआर) पूना, कोलकाता, मोहाली, भोपाल और त्रिवेंद्रम सहित अन्य जगहों पर है। इसके अलावा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन रिसर्च भुवनेश्वर में है। बेसिक सेंटर मुंबई यूनिवर्सिटी कैंपस में ही है। इन्हीं की तरह रविवि में भी सेंटर शुरू किया जाएगा।
हर छात्र को मिलेगी स्कॉलरशिप
12वीं के बाद सेंटर में प्रवेश पाने के लिए विवि द्वारा एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाएगा। इसमें सफल होने वाले ही सेंटर में दाखिला ले सकेंगे। रविवि के लाइफ साइंस के विभागाध्यक्ष डॉ. एके पति के अनुसार सेंटर में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और गणित के कॉम्बिनेशन का पाठ्यक्रम होगा। सेंटर के हर छात्र को स्कॉलरशिप दी जाएगी। सेंटर का किसी विभाग से कुछ लेना देना नहीं होगा। इसके लिए अलग से स्टाफ होगा।