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गैंगरेप से पहले भी कर चुके थे एक वारदात, पीड़ित ने सुनाया हाल

10 वर्ष पहले
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नई दिल्ली. दक्षिण दिल्ली में चलती बस में गैंग रेप (हमारा कैम्‍पेन : बलात्‍कारियों को दो फांसी की सजा) की शिकार मेडिकल स्‍टूडेंट की हालत नाजुक बनी हुई है। पीडि़ता के शरीर में मौजूद खून में संक्रमण (सेपसिस) फैल गया है। इसे नियंत्रित करना डॉक्टरों के लिए चुनौती बना हुआ है।

वहीं, गैंगरेप को लेकर देश भर के लोगों में भयंकर आक्रोश है। गैंगरेप के विरोध में देश भर में प्रदर्शन का दौर भी जारी है। प्रदर्शनकारियों ने इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला। कुछ प्रदर्शनकारी विरोध करते हुए राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गए। वहीं, सैकड़ों छात्र-छात्राएं गृह मंत्रालय के बाहर भी विरोध करने पहुंच गए। इन सब प्रदर्शनकारियों की मांग है कि बलात्कार के आरोपी को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।

सफदरगंज अस्‍पताल के आईसीयू में भर्ती पीडि़ता मार्फिन की दवा देने के बावजूद होश में आ जा रही है और दर्द से छटपटा रही है। डॉक्टर अपनी तरफ से लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन सुधार नजर नहीं आ रहा है। उधर, कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी विनय ने कहा है कि उसे फांसी दे दी जाए

अस्‍पताल के अधीक्षक डॉक्‍टर बीडी अथानी ने बताया कि मंगलवार सुबह मरीज की हालत में सुधार दिख रहा था। वह अपनी शारीरिक क्षमता के बल पर ब्लड प्रेशर नियंत्रित कर पा रही थी। लेकिन कुछ ही घंटे बाद हालत फिर बिगडऩी शुरू हो गई। फिलहाल उसका पल्स रेट प्रति मिनट 70-80 के बजाय 130 तक पहुंच गया है। आंतों में गंभीर चोट की वजह से उसकी सर्जरी तो कर दी गई है लेकिन खून में संक्रमण का स्तर बढ़ा हुआ है। डॉक्‍टरों का कहना है कि लड़की के अभी कई और ऑपरेशन करने पड़ सकते हैं।

डॉक्‍टरों का कहना है कि खून के प्लेटलेट्स काउंट न्यूनतम डेढ़ लाख की जगह गिरकर मात्र 48 हजार रह गए हैं। पहले से कहीं ज्यादा वेंटिलेटर की जरूरत महसूस हो रही है। ब्लड प्रेशर दवाओं से कंट्रोल किया जा रहा है। वहीं दर्द से राहत देने के लिए थोड़े-थोड़े समय पर मार्फिन दवा का डोज भी दिया जा रहा है। डॉक्‍टरों को आशंका है कि लड़की को सेप्टिसीमिया, गैंगरीन और लंग इन्‍फेक्‍शन हो सकता है।
डॉक्टर भी हैरत में हैं मरीज के जख्म देखकर :
पीडि़ता का इलाज कर रही महिला व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अरूणा बत्रा कहती हैं कि उनके जीवन काल में कई दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म के मामले आए और उन्होंने उसका इलाज किया, लेकिन यह मामला बाकी सभी मामलों से अलग है। डॉक्टर कहती हैं कि ऐसी अमानवीयता आजतक नहीं देखी। ऐसा लगता है कि किसी जानवर ने इंसान पर हमला किया है।

आगे पढ़िए, कैसे दिया गया इस शर्मनाक वारदात को अंजाम...

(फोटो: दिल्ली विवि और जेएनयू के छात्रों ने मंगलवार को वसंत बिहार थाने के बाहर प्रदर्शन किया)

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