हमारे समाज में सेक्स विकृतियां बड़े पैमाने पर फैली हुई हैं जो गंभीर सेक्स अपराधों का कारण बनती हैं। ऐसी बात नहीं है कि सेक्स विकृतियां आधुनिक समाज की उपज हैं, बल्कि अत्यंत प्राचीन काल से ही इनका अस्तित्व रहा है। ये विकृतियां दुनिया के प्राय: सभी समाजों में पायी जाती हैं। यह बात और है कि आज के अत्याधुनिक समाज में जब तकनीकी परिवर्तनों ने मनोरंजन एवं संचार के क्षेत्र में क्रांति ला दी है, सेक्स विकृतियों का स्वरूप भी बदला है।
तस्वीरें: इन हाइप्रोफाइल शादियों में पानी की तरह बहाया गया पैसा
मनुष्य के सेक्स व्यवहार में अनेकों प्रकार की प्रवृत्तियां पाई जाती हैं। सभ्यता के विकास के साथ मनुष्य का सेक्स व्यवहार नियंत्रित हुआ है। आदिम युग में तो वह पशुओं के समान ही खुलेआम सेक्स करता था। उस युग में न तो परिवार था और न ही रिश्ते-नाते। आगे चल कर सेक्स संबंधों के क्षेत्र में व्यावसायिकता का दौर शुरू हुआ। पूरी दुनिया में वेश्यावृत्ति की शुरुआत हुई। इसे दुनिया का सबसे पुराना धंधा माना जाता है।
PHOTOS: धर्म के नाम पर कुछ यूं खेला जाता रहा है 'सेक्स' का खेल!
सेक्स के संबंध में व्यक्ति की कल्पनायें एक से बढ़ कर एक और अजीबोगरीब होती हैं, पर उस पर नैतिकता का बंधन होता है। जब यह बंधन ढीला हो जाता है तो वह सामान्य से हट कर विकृत सेक्स व्यवहार का प्रदर्शन करने लगता है। वैसे, प्रसिद्ध सेक्स मनोवैज्ञानिक हैवलाक एलिस का कहना है कि मनुष्य के सेक्स व्यवहार का कोई बना-बनाया ढांचा नहीं है। सेक्स क्रिया आनंद प्राप्ति का एक साधन है, लेकिन विकृत सेक्स व्यवहार समाज में सेक्स अपराधों को बढ़ावा देने लगता है।
आइए, जानते हैं कुछ गंभीर सेक्स विकृतियों के बारे में...
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.