प्रदेश के विभिन्न अंचलों से.प्रदेश में तेज सर्दी को देखते हुए 14 जिलों के 8वीं तक के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई। जयपुर जिले में स्कूल 12 तक बंद रहेंगे। 13 को रविवार है, 14 को मकर संक्रांति। इसलिए स्कूल 15 को खुलेंगे। 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों का समय भी सुबह 10 बजे बाद कर दिया गया है।
इसके अलावा जोधपुर, बीकानेर, चूरू, झूंझुनू, अजमेर, धौलपुर, भरतपुर, टोंक, दौसा में भी कलेक्टरों ने आठवीं तक के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है। अलवर, उदयपुर, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में पहले से ही शीतकालीन अवकाश चल रहा है।
शेखावाटी में पारा जमाव बिंदु के करीब :
शेखावाटी में तापमान लगातार तीसरे दिन जमाव बिंदु के करीब बना रहा। सुबह देर तक घना कोहरा छाया रहा। फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र पर न्यूनतम 1.1 डिग्री दर्ज किया गया। जयपुर में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई, लेकिन सर्द हवाओं के कारण गलन बरकरार रही। तापमान 4.5 से बढ़कर5.2 डिग्री हो गया। कोहरे के कारण 10 ट्रेनें लेट हुईं।
चूरू में 1.6 डिग्री पर पहुंच कर पारा थम गया। अलवर में पारा गिरकर 2 डिग्री पर जा पहुंचा।
माउंटआबू का न्यूनतम तापमान 1.0 और पाली में 1.1 डिग्री रहा। जमाव बिंदू के निकट पारा पहुंचने से माउंट आबू में सुबह कई जगह ओस की बूंदें बर्फ में बदल गईं। वहीं शेष इलाकों में हाड़ कंपाने वाली सर्दी ने आमजन को झकझोर दिया। फलौदी में तापमान एक डिग्री बढ़कर 5.0 डिग्री पर पहुंचा लेकिन गलन कायम रहने से दिन भर हाड़ कांपते रहे।
अजमेर में कड़ाके की ठंड के बीच सुबह हल्का कोहरा छाया। हाड़ौती के कई इलाकों में सुबह कोहरा छाया रहा। शीतलहर के कारण बारां में पारा पांच डिग्री गिरकर 5 डिग्री पर पहुंच गया। बूंदी में भी पारा गिरकर 5.6 डिग्री का स्तर छू गया। बीकानेर में तो बर्फानी हवाओं ने झकझोर दिया है। नश्तर सी चुभने वाली हवा के कारण पारा भी लुढ़ककर 4 डिग्री पर पहुंच गया। दोपहर में धूप भी बेअसर साबित हुई।
दिन में रात का माहौल, दिन का तापमान पहली बार 8.6 डिग्री
श्रीगंगानगर में पिछले पांच वर्षो में बुधवार जनवरी का सबसे ठंड दिन रहा। दिन का तापमान गत दिवस की अपेक्षा 6 डिग्री गिरकर 8.6 डिग्री सेल्सियस आ गया। दिन भर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। हाड़ कंपाने वाली ठंड के चलते लोगों ने देरी से बिस्तर छोड़े। अधिकतम तापमान 8.6 व न्यूनतम 4.5 डिग्री सेल्सियस रहा। दिन व रात दोनों के तापमान 10 डिग्री से कम रहने से दिन में भी रात जैसा माहौल दिखा।