लखनऊ उत्तर प्रदेश में छात्र-छात्राओं को दिए जाने वाले लैपटाप की विशेषता यह है कि लैपटाप के खुलते ही उसके स्क्रीन पर मुलायम सिंह यादव का चित्र दिखाई देगा। लैपटाप पर स्क्रीन सेवर के रूप में मुलायम की तस्वीर लगाई गई है। उत्तर प्रदेश में 11 मार्च को इंटर की परीक्षा पास छात्रों में लैपटाप वितरण का काम शुरू होने जा रहा है। लैपटाप की स्क्रीन और बैग पर मुलायम की तस्वीर होगी।
सपा अपनी पार्टी की ब्रांड इन्हीं लैपटाप के माध्यम से करने जा रही है। लोकसभा चुनाव 2014 में इसे जीत हासिल करने का एक रास्ता माना जा रहा है। आगामी ग्यारह मार्च को लखनऊ में समारोह के जरिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राज्य में लैपटाप वितरण की शुरुआत करेंगे। लैपटाप वितरण समाजवादी पार्टी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव में सपा की जीत में इस घोषणा की अहम भूमिका रही है।
वितरण से पहले मुलायम के चित्र को लेकर उठे इस विवाद ने सियासी पारे को गर्म कर दिया है। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने कहा है कि लैपटाप के वितरण को लेकर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन लैपटाप की स्क्रीन और बैग पर मुलायम को जगह क्यों दी गई है। मुख्यमंत्री के चित्र की बात तो समझ में आती है लेकिन मुलायम का चित्र दिया जाना गलत है। सूबे की प्रमुख विपक्षी दल बसपा ने भी नाराजगी जताई है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुलायम सिंह न तो सरकार में शामिल हैं और न ही उन्हें सरकार में कोई संवैधानिक पद दिया गया है, फिर उनकी तस्वीर क्यों दिखाई जा रही है। यह सरासर गलत है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकारी धन का उपयोग निजी फायदे के लिए कर रही है।
सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने मुलायम के चित्र को जायज ठहराते हुए कहा है कि लैपटाप वितरण समाजवादी सोच का नतीजा है।इस सोच का आधार मुलायमजी हैं, इसलिए उनका चित्र दिखाया जाना हर हाल में उचित है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.