वाल्मीकिनगर टाइगर प्रोजेक्ट के जंगल से सटे थरूहट क्षेत्र के चौहट्टा गांव में रविवार की सुबह अजगर सांप देखने से लोगों मे अफरातफरी मच गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर अजगर को अपने कब्जे में ले लिया। बताया जाता है की गांव के बाहर खेल रहे बच्चों ने अजगर को देख शोर मचाया तो इसकी जानकारी गांव के लोगों को हुई। खासे हंगामे के बीच रेंगता हुआ विशाल अजगर सड़क पार कर चौहटा पंचायत भवन के पास नाला में समा गया। घटना की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग व पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे वन विभाग के वन कर्मी कलाम अंसारी, नवल बीन व ओम प्रकाश शर्मा ने कड़ी मशक्कत के बाद अजगर को नाला से बाहर निकाला । रस्सी व टोकरी की सहायता से बाहर निकाले गए अजगर को बोरे में बंद कर मानपुर के जंगल में छोड़ा गया। वन परिसर पदाधिकारी सुनील पाठक ने बताया की अजगर 10 फुट से कुछ अधिक लम्बा था। उसे सुरक्षित पकड़ लिया गया । पकड़ने में तीन घंटे से अधिक का समय लगा। इस दौरान आसपास कि लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी ।मौके पर मुखिया गोविंद महतो, मनोज प्रसाद, मिथिलेश कुमार ,प्रदीप महतो, भिखारी मियां , आदि मौजूद थे।
सड़क किनारे निकला पांच फीट का अजगर
अजगर के बच्चे को रेस्क्यू करती टीम।
भास्कर न्यूज़|सहोदरा
मैंनाटाड प्रखंड के चौहट्टा पंचायत के चौहट्टा गांव के समीप सड़क किनारे पांच फीट लंबा अजगर का बच्चा मिलने से लोगों में दहशत का माहौल हैं। वन विभाग को सूचना देने के बाद तीन घंटे देरी से पहुंची रेस्क्यू टीम को वहां उपस्थित भीड़ के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा है। मानपुर पुरैनिया फॉरेस्ट से देरी से पहुंची रेस्क्यू टीम ने उस अजगर के बच्चे को सकुशल पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया हैं। इस संबंध में पुरैनिया फॉरेस्ट के फॉरेस्टर नागेन्द्र पाण्डेय ने बताया की रविवार की सुबह चौहट्टा पंचायत के मुखिया गोविंद महतो ने फोन पर बताया की सड़क के किनारे अजगर का बच्चा निकला हुआ हैं। सूचना मिलते ही टीटी नवल कुमार व कलाम अंसारी मौके पर पहुंच कर अजगर के बच्चे को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया हैं। फॉरेस्टर ने बताया की बारिश के पानी के साथ बहकर व आसपास जंगल और आउटर होने के कारण अजगर इस क्षेत्र में अक्सर दिखाई देते हैं।