स्थानीय प्रखंड के दिघवारा बाजार में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन में अचानक ओपीडी सुविधा बन्द होने के सूचना पर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। दिघवारा सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र प्रभारी के इस निर्णय का विरोध जताते हुए ग्रामीणों ने दिघवारा बाजार में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बैठक इसे पुनः चालू करवाने के लिए आंदोलन की रणनीति पर विचार किए। साथ ही चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ रविवार को धरना देने का भी निर्णय हुआ। लगभग एक वर्ष पहले पुराने परिसर में चिकित्सा सुविधा बन्द कर नए सीएचसी भवन में स्वास्थ्य सुविधा शुरू होने के बाद से दिघवारा के लोग पुराने भवन में स्वास्थ्य सुविधा देने की मांग को लेकर लंबी आंदोलन किये थे। इसके बाद तत्कालीन सूबे के स्वास्थ्य मंत्री व मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी छपरा के आदेश से इस अस्पताल में लगभग 1 वर्ष से ओपीडी में रोगी का इलाज हो रहा था।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से वार्ता करते ग्रामीण।
इस अस्पताल में देशी चिकित्सा केंद्र की होगी शुरुआत
दिघवारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राज कुमार सिन्हा ने बताया कि वरीय अधिकारियों के आदेश पर पुराने पीएचसी भवन में वर्तमान में राजकीय आर्युवेद चिकित्सालय चलाया जा रहा है। भवन देशी चिकित्सा कर्मियों को हस्तांतरित कर दिया गया है। उक्त भवन में देशी चिकित्सा की सुविधा शुरू होने वाली हैं।
सीएमओ ने अस्पताल की व्यवस्था रोकी
ग्रामीणों के अनुसार इस व्यवस्था को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा अचानक बन्द कर दिया गया है। बाजार स्थित भवन में ओपीडी बन्द होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पर रहा है।
सोनपुर में दो चिकित्सक हुए थे प्रतिनियुक्त
दिघवारा बाजार में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सोनपुर से दो चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति सीएस ने की थी। इसके बाद वहां की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी।