राजद नेता शाहिद आलम ने बाढ़ की विभीषिका व सरकारी प्रयास की शिथिलता पर चिंता जतायी है। शनिवार को ब्लॉक चौक के समीप डायवर्सन का जायजा लेने पहुंचे विधायक ने कहा कि कई मरीज व जरुरतमंद शहर नहीं जा पा रहे। किशनगंज से काठामाठा तक बाढ़ का पानी फैला है। जिले के सभी प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं लेकिन प्रशासन तत्परता नहीं दिखा रहा। समय पर पुल का निर्माण नहीं हो पाया। प्रशासन मजबूत डायवर्सन नहीं बनवा पाया।
उन्होंने सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि ठेकेदारी में लाॅटरी सिस्टम से निर्माण की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। लॉटरी ऐसे ठेकेदार को फंस जाता है, जो आर्थिक रुप से कमजोर होते हैं या जिनके पास पर्याप्त संसाधन ही नहीं होते।
ब्लॉक चौक के समीप डायवर्सन का मुआयना करते राजद नेता आलम।
निर्माण एजेंसियाें काे ब्लैक लिस्टेड करे सरकार
ऐसी निर्माण एजेंसियों की वजह से भी जिले में कई विकास कार्य मंथर गति से चल रहे हैं। सरकार को चाहिए कि कार्य एजेंसी के संसाधन, उपकरणों के कागजों की जांच के बजाए उनके उपकरणों का भौतिक सत्यापन करे। समय पर कार्य नहीं कर पानेवाली एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड किया जाए साथ ही उस एजेंसी के मालिक को भी कोई दूसरा कंपनी या किसी अलग नाम से निबंधन न मिले। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य शुरु किए जाने की मांग करते हुए कहा कि अभी ऐसी स्थिति है जबकि अभी पूरा सावन और भादो शेष है। पीड़ित उपरवाले के भरोसे हैं। यह स्थिति बदलनी चाहिए।