बैरिया बस पार्किंग समिति की 17 अक्टूबर काे डीएम अालाेक रंजन घाेष की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में जाे निर्णय लिए गए थे, उस पर डेढ़ माह से अधिक समय बीतने के बाद भी अमल शुरू नहीं हाे सका है। बस स्टैंड में अव्यवस्था, गंदगी, अतिक्रमण, बिजली व असुरक्षा की स्थिति जस की तस बनी है। नतीजा यह है कि स्टैंड में अतिक्रमण दिनाें-दिन बढ़ता जा रहा है। यात्रियाें की सुरक्षा भगवान भराेसे है, जबकि बैठक में 10 दिनाें के अंदर अधूरी याेजनाअाें काे पूरा करने का निर्णय लिया गया था। एक नंबर गेट पर हाईमास्क लाइट कई माह से खराब है। नाला निर्माण का काम अब भी अधूरा है। नाले के जाम रहने से हल्की बरसात में भी जलजमाव हाे जाता है। इससे यात्रियाें के साथ ट्रांसपाेर्टराें काे भी काफी परेशानी हाेती है। गेट नंबर-3 पर पानी व शाैचालय नहीं हाेने से यात्रियाें काे एक नंबर गेट पर अाना पड़ता है। स्टैंड में सबसे अधिक परेशानी महिला यात्रियाें अाैर बच्चाें काे हाेती है।
अवैध रूप से दुकानाें का हाेता है संचालन | बैठक में एग्रीमेंट समाप्त हाे जाने के बाद भी अवैध रूप से कई दुकानाें का संचालन हाे रहा है। डीएम ने इन दुकानाें के लिए निविदा निकालकर बंदाेबस्ती करने का निर्देश दिया था, लेकिन इन दुकानाें काे बंद कराने की दिशा में काेई कार्रवाई नहीं हुई। बस पड़ाव के प्रशासनिक भवन के ऊपरी तल पर जीविका या अन्य माध्यमाें से भाेजनालय फिर से चलाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन इस पर भी कार्य नहीं हाे सका है।