सिटी रिपाेर्टर | मुजफ्फरपुर
बरसात का समय खत्म हाेने के साथ ही पाैधे लगाए जाने का महत्वपूर्ण समय गुजर चुका है। मनरेगा से पाैधे लगाने के लिए तय अवधि गुजर चुकी है। लेकिन, जिले में मनरेगा से निर्धारित लक्ष्य के केवल 21.5 फीसदी पाैधे ही लगाए जा सके हैं। न ताे सरकारी भूमि पर निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पाैधे लगे, न ही सड़काें के किनारे। वाे भी तब, जबकि जिला प्रदूषण लेवल में पूरे देश में सर्वाधिक खराब स्थिति में है। यहां तक कि बार-बार नंबर एक व दो स्थान तक तक पहुंच जाता है। दूसरी तरफ सरकार ने जल, जीवन व हरियाली योजना के तहत हरित आच्छादन में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। इसके बावजूद लापरवाही जारी है। एेसे में निर्धारित लक्ष्य के सिर्फ 21.5 फीसदी पाैधे लगने से विभाग समेत ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने गहरी नाराजगी जताई है।
जिले में 18 नवंबर काे ग्रामीण विकास मंत्री की समीक्षा बैठक में जिले में 2.54 लाख पाैधे के बदले अब तक सिर्फ 54.8 हजार पाैधे लगाने का खुलासा हुअा था। मंत्री ने नाराजगी जताते हुए जिले के कुढ़नी प्रखंड काे छाेड़ कर अन्य सभी प्रखंडों के पीअाे काे चेतावनी देते हुए आच्छादन में तत्काल वृद्धि का निर्देश दिया है। बता दें कि कुढ़नी जिले का एकमात्र प्रखंड है जहां 62.5% फीसदी पाैधे लगाए गए हैं। इसके अलावा अन्य काेई प्रखंड 50 फीसदी का अांकड़ा नहीं छू सका।
लाख पाैधे जिले में लगाने का था लक्ष्य
2.54
नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग में आधारभूत संरचना में है 18वां स्थान
हजार कुल पौधे ही लगाए जा सके
54.8
सीडीपीअाे व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करते डीएम।
62.5
62.5
लगा कुढ़नी सबसे अागे
लगा कुढ़नी सबसे अागे
03.5
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लगाकर पारू प्रखंड फिसड्डी
लगाकर पारू प्रखंड फिसड्डी