एजुकेशन रिपोर्टर | मुजफ्फरपुर
पहले लेटलतीफी, फिर आड़े आने वाले तकनीकी अड़चन ने बीआरए बिहार विवि के यूजी कोर्स में अॉनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया पर सवाल उठा दिया है। यूजी कोर्स में अॉनलाइन नामांकन के लिए आवेदन कर रहे छात्र-छात्राओं को फॉर्म भरकर सबमिट करने पर बीआरए बिहार विवि की जगह पूर्णिया विवि का फाइनल प्रिंट मिल रहा है। यह परेशानी दो दिनों से ज्यादा बढ़ गई है। शुरुआत में एकाध छात्र-छात्राओं को ऐसी परेशानी हुई। दूसरे विवि का प्रिंट हाथ में मिलता देख स्टूडेंट्स खुद हैरान हैं। इसको लेकर उन्होंने विवि के पदाधिकारियों से शिकायत की है। इस समस्या को एडमिशन कम मॉनिटरिंग सेल तक भी पहंुचाया गया है। अॉनलाइन फॉर्म में आवेदक की सभी जानकारी सही दर्शाई जाती है लेकिन विवि पूर्णिया शो कर रहा है। इंस्पेक्टर अॉफ कॉलेजेज आर्ट्स डॉ. प्रमोद कुमार ने कहा कि ऐसी शिकायतें मिली हैं। इसे एडमिशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष प्रति कुलपति को अवगत कराया गया है।
एमआईटी ही नहीं बल्कि यूनानी कॉलेजों के मिल रहे अॉप्शन
आवेदक के हाथ में आने वाले प्रिंट में केवल पूर्णिया विवि लिखा होना ही समस्या नहीं है बल्कि वे ठीक तरीके से कॉलेज का भी चयन नहीं कर पा रहे हैं। नामांकन के लिए छात्र यूजी कोर्स का चयन कर रहे हैं। इसमें बीए, बीएससी और बीकॉम का विकल्प चुनने पर उन्हें एमआईटी, यूनानी और अन्य तकनीकी कोर्स का अॉप्शन मिल रहा है। इससे वे पूरी तरह चक्कर में फंस जा रहे हैं। कई छात्र केवल इसलिए ही फॉर्म भरना छोड़कर साइबर कैफे से लौट रहे हैं। उन्हें चार्ज भी लग रहा है। कई छात्र आवेदन भी कर चुके हैं और फॉर्म स्वीकार भी किया गया है।
संबद्ध कॉलेजों के नाम पोर्टल से गायब
कुछ संबद्ध कॉलेजों के नाम पोर्टल पर नहीं दर्शाया जा रहा है। इसको लेकर संबंधित कॉलेज की ओर से विवि के अधिकारियों तक शिकायत पहुंची है। आरएसएस कॉलेज चोचहां और पंडित यमुना कार्जी कॉलेज का चयन करते हुए अॉप्शन नहीं मिल रहा है। संबद्ध कॉलेजों ने कहा है कि पोर्टल पर कई कॉलेजों को अन्य की कैटेगरी में रखा गया है।
यूजी कोर्स में सत्र 2019-22 के लिए होना है अॉनलाइन एडमिशन
22 विभागों ने तैयार किया पैट सिलेबस, अगले हफ्ते साइट पर होगा अपलोड
मुजफ्फरपुर | बीआरए बिहार विवि में 21 जुलाई को होने वाले पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट) का सिलेबस तैयार कर लिया गया है। विवि के 22 पीजी विभागों ने इसे परीक्षा विभाग को उपलब्ध करा दिया है। बहुत संभव है कि इसे अगले सप्ताह तक विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि वीसी से मंजूरी मिलने के बाद पैट के सिलेबस और रेगुलेशन को साइट पर डाला जाएगा। उल्लेखनीय है कि मामले को लेकर लगातार छात्र-छात्राएं विवि पहुंचकर परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस को लेकर जानकारी मांग रहे हैं। वहीं अब तक इसे सार्वजनिक नहीं किए जाने को लेकर तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं। पीएचडी एडमिशन टेस्ट दो पेपर की होगी। इसमें एप्टीट्यूट और संबंधित विषय से सवाल पूछे जाएंगे।