नवादा शहर की गरीब महिलाएं अपने पैरों पर खड़े होकर अपने परिवार चलाने के लिए जद्दोजहद कर रही है लेकिन बैंकों की मनमानी उनके स्वावलंबन में रोड़ा अटका रही है। शहरी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना चला रही है। नगर परिषद इस योजना के तहत शहर की गरीब महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रयास कर रही है लेकिन बैंककर्मियों के अड़ियल रवैया के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। नगर परिषद के द्वारा इस साल अबतक 37 महिला समूहों को ऋण देने के लिए अनुशंसित किया जा चुका है, लेकिन अबतक सिर्फ एक समूह को ही ऋण मिला है।वित्त वर्ष 2019-20 में शहर के 37 समूहों को ऋण मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए कई महीने पहले ही आवेदनों को बैंक भेजा जा चुका है।। जबकि एनयूएलएम योजना को लेकर आरबीआई के स्पष्ट निर्देश हैं। बावजूद जिले के बैंक आरबीआई के निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं।
अपने पैर पर खड़े होने के लिए जज्बे के साथ मेहनत कर रहीं महिलाएं, लेकिन महिलाओं के स्वावलंबन में रोड़े अटका रहे बैंककर्मी
नगर परिषद के वार्ड 9 और 10 की सीआरपी शर्मिला देवी ने बताया कि 5 माह पहले समूह को लोन दिलाने के लिए आवेदन किया। नगर परिषद के द्वारा कागजी कार्रवाई करने के बाद आवेदन को बैंक भेजा गया है। तब से अबतक लोन स्वीकृत नहीं हुआ। हम और हमारे समूह की महिलाएं कई बार बैंक गई, लेकिन कुछ साफ-साफ नहीं बताया जा रहा। दो दिन पहले भी गए तो बाद में आने का बहाना कर टाल दिया गया।
केस
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सिर्फ एक समूह को मिला लोन
एनयूएलएम के नगर मिशन प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया हाल में केनरा बैंक ने पार्वती स्वयं सहायता समूह को डेढ़ लाख रुपए का लोन दिया है। इसके अलावा कोई भी बैंक महिला स्वाबलंबी समूह को आर्थिक प्रोत्साहन देने मैं दिलचस्पी नहीं ले रहा है। समूह की महिलाएं बार-बार बैंक जाती है और उन्हें किसी न किसी बहाने लौटा दिया जाता है। कभी डॉक्यूमेंटेशन तो कभी गारंटर के नाम पर उन्हें 1 महीने में 20 बार तक घुमाया जाता है नतीजा महिलाएं हारकर समूह ही छोड़ देती है।
महिला स्वयं सहायता समूह चलाने वाली अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि हमारे समूह में लगभग 50 से ज्यादा महिलाएं जुड़ी है। हर महिलाएं स्वरोजगार करना चाहती है। कई महिलाओं को नगर परिषद से 10-10 हजार मिला भी है। लेकिन सभी महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए समूह को लोन की जरूरत है। पिछले साल अप्लाई किया था लेकिन इस साल तक लोन नहीं हुआ। इस बार फिर एक समूह ने अप्लाई किया है, लेकिन 5 महीने के बाद भी नहीं हुआ है।
केस
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स्वंय सहायता समूह की महीलाएं।
कहां लंबित हैं कितने मामले