पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
पटना. जेपी सेतु पर ट्रकों के आवाजाही के लिए रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक का समय का निर्धारित है। नियम तोड़ने पर 5 हजार रुपए जुर्माना देना होता है। इसके बावजूद जेपी सेतु पर निर्धारित समय बाद भी सुबह 10 बजे तक बड़े वाहनों की आवाजाही होती है। इससे हर दिन एनएच 30 और एनएच 19 पर लंबा जाम लग जाता है। सबसे अधिक परेशानी बाइक सवार और छोटे वाहनों को होती है। जेपी सेतु पर कई जगहों पर मार्ग संकरा है। ऐसे में ट्रकों के परिचलन के दौरान छोटे वाहनों के एक्सीडेंट का खतरा रहता है।
रास्ता खाली करने के लिए ट्रकों को सेतु पार करना मजबूरी
जेपी सेतु पर सुबह पांच बजे के बाद भी बड़े वाहनों की आवाजाही करना पुलिसकर्मियों की भी मजबूरी है। मौके के तैनात पुलिसकर्मियों का कहना है कि शाम होते ही सेतु के दोनों तरफ बड़े वाहनों की लंबी लाइन लग जाती है। कभी-कभी ये लाइन चार से पांच किलोमीटर तक लंबी होती है। ऐसे में निर्धारित समय रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक सात घंटे के अंदर दोनों तरफ के ट्रकों को सेतु पार करना काफी मुश्किल है।
निर्धारित मानक से भी बड़े वाहनों की होती है आवाजाही
जेपी सेतु पर छह चक्का ट्रक या फिर 20 टन से ज्यादा वजनी ट्रकों के परिचलन पर रोक है। इसके बाद भी दस चक्का ट्रक के साथ ही 20 टन से अधिक भार लदे हुए वाहनों की आवाजाही होती है लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती। जबकि डीटीओ, माइनिंग ऑफिसर, पुलिस की ओर नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही एक रिपोर्ट तैयार कर डीएम को देनी होती है।
ट्रैफिक एसपी अमरकेश डी का कहना है कि जेपी सेतु पर आम पब्लिक की आवाजाही को देखते हुए दिन के समय ट्रक, डीसीएम जैसे वाहनों पर रोक लगी हुई है। इसके बाद भी यदि इस तरह की शिकायत मिल रही है तो जांच कर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पॉजिटिव- आज आसपास का वातावरण सुखद बना रहेगा। प्रियजनों के साथ मिल-बैठकर अपने अनुभव साझा करेंगे। कोई भी कार्य करने से पहले उसकी रूपरेखा बनाने से बेहतर परिणाम हासिल होंगे। नेगेटिव- परंतु इस बात का भी ध...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.