पटना के गांधी मैदान में चल रहे सरस मेले के दूसरे संस्करण के तीसरे दिन मंगलवार को भी काफी चहल-पहल रही। मेले में वाटर फॉर पीपल एवं महिला विकास निगम की ओर से नुक्कड़ नाटक का मंचन हुअा जिसने बाल-विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूक किया। दिल्ली से आए प्रशांत शुक्ला बताते हैं कि उन्होंने सरस मेला के बारे में काफी कुछ सुन रखा था। समय की कमी के कारण वे यहां कभी नहीं आ पाते थे। लेकिन, इस बार समय निकाल कर वे अपने परिवार के साथ सरस मेला का लुत्फ उठाने आ ही गए। इसके अलावा मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कलाकार शक्ति कुमार पाठक, ममता कुमारी एवं चक्रवर्ती कुमार ने लोक-गीत एवं भजन की प्रस्तुति दी।
मेले में मधुबनी जिला के जितवारपुर गांव से आईं राजकुमारी देवी बेडशीट्स और शॉल पर मधुबनी पेंटिंग बनाकर बेच रही हैं। उन्होंने बताया कि वे पिछले 20 सालों से इस काम में लगी हुई हैं। जीविका द्वारा आयोजित सरस मेले में वे पिछले 5 सालों से अपना स्टॉल लगा रही हैं।