विश्व कैंसर सप्ताह पर आयोजित व्याख्यानमाला में वक्तागण।
पटना| विश्व कैंसर सप्ताह के क्रम में आयोजित व्याख्यानमाला में बुधवार को गांधी सदन सभागार में वक्ताओं ने कहा कि ज्योतिष ज्ञान से कैंसर जैसी असाध्य बीमारियों का समाधान भी संभव है। भारतीय ज्योतिष दृष्टियों से कैंसर रोग का विश्लेषण विषय पर आयोजित व्याख्यान माला के मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि ज्योतिष विज्ञान से हम कैंसर का इलाज तो नहीं, लेकिन बचाव जरूर कर सकते हैं। ज्योतिष हमें कैंसर से होनेवाली तकलीफ का पूर्वानुमान देता है। मुख्य वक्ता ज्योतिर्वेद विज्ञान केंद्र के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. राजनाथ झा कहा कि ज्योतिष विज्ञान इस रोग को ग्रहों के कारण पूर्व से ही पता लगाया जा सकता है। ब्लड कैंसर के लिए मंगल, ब्रेस्ट कैंसर के लिए शुक्र, लिवर के लिए शुक्र और चंद्रमा, राहु, शनि भी कैंसर रोग के प्रमुख प्रभावी ग्रह माने गए हैं। शुक्र एवं चंद्रमा जल तत्व ग्रह भी कैंसर रोग में सबसे ज्यादा प्रभावी है। क्योंकि शरीर में जल तत्व का अभाव एवं दूषित जल सेवन से भी कैंसर रोग उत्पन्न होता है। राहु घाव उत्पन्न करता है। अतः जन्मकुंडली में इन ग्रहों का योगायोग विचार कर मनुष्य के जीवन मे होनेवाले असाध्य रोग कैंसर की जानकारी पूर्व में ही ज्योतिष विज्ञान के दृष्टि से प्राप्त की जा सकती है।