सरकार द्वारा मातृत्व अवकाश की तरह अब पिता को भी 15 दिनों के बदले 30 दिनों का पितृत्व अवकाश मिलेगा। बच्चे को सिर्फ मां की ही नहीं बल्कि माता-पिता दोनों के प्यार की जरूरत होती है। ऐसे में बच्चे के पास माता-पिता दोनों का होना बेहद आवश्यक है।
ऐसा नहीं कि मां बनने की खुशी सिर्फ मां को ही होती है बल्कि पापा बनने की खुशी किसी भी व्यक्ति को उतनी ही होती है जितनी एक मां को। पिता बनने पर अब पितृत्व अवकाश की सुविधा भी मिलेगी। अब पुरुष भी महिलाओं को दी जाने वाली मैटरनिटी लीव की तरह पितृत्व अवकाश ले सकते हैं। यह लाभ पिता को दो संतान तक ही मिल सकता है, जबकि माता को तीन संतान होने पर भी मातृत्व अवकाश मिल सकता है।
जानकारी के अनुसार सर्टिफिकेट देने के बाद ही पितृत्व अवकाश की छुट्टी मिल सकती है। इसके लिए सर्टिफिकेट पहले ही जमा करानी होगी। छठे वेतन आयोग में सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए पितृत्व अवकाश की योजना लागू की गई है। पितृत्व अवकाश कुल 30 दिनों का होगा। जिसमें पिता बनने वाले पुरुष पूरी नौकरी के दौरान इसका उपयोग दो बार कर सकते हैं।
पितृत्व अवकाश ठीक उसी तरह का होगा जिस तरह महिला अधिकारियों व कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश के रूप में कुल छह महीनों का अवकाश दिया जाता है, इसी तर्ज पर पिता बनने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को भी 30 दिनों का पितृत्व अवकाश दिया जाएगा।
इस सुविधा के मिलने से अब महिलाओं को काफी लाभ पहुंचेगा। पहले जहां महिला अकेले अपने बच्चों का परवरिश करती थीं अब 30 दिन ही सही पति भी बच्चों का देख भाल कर सकते हैं।
क्या है पितृत्व अवकाश | सरकार द्वारा चलाई जा रही बेबी केयर योजनाओं के तहत कई योजनाओं को आरंभ किया गया, जिनमें से एक पितृत्व अवकाश है। पितृत्व अवकाश के दौरान पिता अपनी प|ी और नवजात बच्चे के लिए पेड लीव ले सकते हैं। कर्मचारी गर्भवती महिला को मैटरनिटी लीव के दौरान छह महीने का अवकाश लेने की छूट है। इतना ही नहीं बच्चे की देखभाल के लिए बेबी केयर लीव 2 साल तक लेने की छूट है जो कि मां बच्चे के 18 साल तक होने के बीच कभी भी ले सकती है। ठीक ऐसे ही पिता बनने पर छुट्टी लेने को पितृत्व अवकाश कहा जाता है।