बॉलीवुड डेस्क. आयुष्मान खुराना अक्सर ऐसे विषयों पर फिल्में करना पसंद करते हैं जिन विषयों पर लोग खुलकर बात नहीं करते। अपनी अगली फिल्म ‘बाला’ में उन्होंने फिर से ऐसे ही एक विषय को चुना है। यह फिल्म पुरुषों में होने वाली गंजेपन की समस्या से संबंधित है। फिल्म में अपनी भूमिका की तैयारी को लेकर दैनिक भास्कर से बात करते हुए आयुष्मान बोले, ‘हम फिल्म के लिए अलग-अलग लुक्स निकालने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने थिएटर करते समय दो बार अपना सिर मुंडवाया था। अगर इस भूमिका के लिए जरूरी लगा तो मुझे सिर शेव करने में कोई परेशानी नहीं होगी।’
टॉपिक के बारे में आयुष्मान बोले
आश्चर्य की बात है कि हिंदी सिनेमा में कभी गंजेपन का विषय नहीं उठाया गया। आज के समय में कई युवा भी इससे जूझ रहे हैं। हालांकि, विग या वीविंग के रूप में कई सॉल्युशंस उपलब्ध हैं और इसलिए यह एक मल्टीमिलियन इंडस्ट्री बन गई है। फिल्म में हम इन सभी पहलुओं को दिखाएंगे। इसका इंटेंशन क्लियर कट यह है कि गंजेपन से किसी के विचार प्रभावित नहीं होना चाहिए और यह भी किसी की पर्सनालिटी होती है जो मायने रखती है।
1) इन एक्टर्स ने भी रोल के लिए मुंडवाए सिर
फिल्म- तेरे नाम (2003)
क्यों- एम्नेशिया के शिकार प्रेमी का किरदार निभाने के लिए।
फिल्म- वाटर (2005)
क्यों- विधवा का किरदार निभाने के लिए।
फिल्म- गजनी (2008)
क्यों- शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस से पीड़ित व्यक्ति के रोल के लिए।
5) एक्ट्रेसेस ने भी दी है बालों की कुर्बानी
फिल्म- द डिजायर (2010)
क्यों- इस इंडो-चाइनीज फिल्म में बुद्धिस्ट मॉन्क के रोल के लिए।
फिल्म- अग्निपथ (2012)
क्यों- कांचा चीना के निगेटिव रोल की मांग अनुसार खूंखार दिखने के लिए।
फिल्म- वाटर (2005)
क्यों- बाल मुंडवाकर थोड़ी शूटिंग भी की पर बाद में ये फिल्म छोड़ दी।
फिल्म- हैदर (2014)
क्यों- इसमें शाहिद ने पहली बार किसी फिल्म के लिए सिर शेव करवाया।
फिल्म- बाजीराव मस्तानी (2015)
क्यों- बाजीराव की मां राधाबाई का किरदार निभाने के लिए।
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