पत्नी पूर्णिमा के आरोप पर रघुवीर यादव की सफाई- उस औरत ने मेरी जिंदगी खत्म कर दी थी, रोशनी ने जिंदगी बचाई

3 वर्ष पहले
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  • ‘पीपली लाइव’ और ‘लगान’ जैसी फिल्मों के मशहूर एक्टर रघुवीर यादव के घर की कलह बन रही है सुर्खियां

मुंबई. (ज्योति शर्मा/ उमेश उपाध्याय) ‘पीपली लाइव’ और ‘लगान’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुके मुंगेरीलाल नाम से मशहूर अभिनेता रघुवीर यादव की पत्नी पूर्णिमा खरगा ने उनके ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। मीडिया दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने पति के दूसरी महिलाओं के साथ संबंध होने की बात की है। पूर्णिमा ने कहा कि उनके पति संजय मिश्रा की पत्नी रोशनी अचरेजा के साथ लिव-इन में रहते थे। उन्होंने इस मामले में नंदिता दास का नाम भी घसीट लिया और कहा कि वह नंदिता से शादी करना चाहते थे, लेकिन बाद में नंदिता रघुबीर को छोड़ किसी और के प्यार में पड़ गईं।


भास्कर ने इस मामले पर सभी किरदारों से सीधे बात की और सबके पक्ष जाने। रघुवीर ने पूर्णिमा के ही कई अन्य पुरुषों से संबंध होने के आरोप लगाए, वहीं रोशनी ने रघुवीर के साथ अपने रिश्ते को स्वीकारा। पूर्णिमा और रघुवीर 25 सालों से एक-दूसरे से अलग रह रहे हैं।

1) मामले पर तीनों ने दिया बयान

32 साल पहले 1988 में मैंने इनसे शादी कर ली थी। इन्होंने रो-धोकर अपनी पीड़ा सुनाई कि मुझे लगा दुखी औरत है और फंस गया। मुझसे कहा गया था उन्होंने ग्रेजुएट किया हुआ है। सात साल बिरजू महाराज से डांस सीखा है। बात में पता लगा कि यह सातवीं फेल है। उस समय तक इन्होंने ऐसे ऐसे काम किए कि मुझे बताते हुए शर्म आ रही है। 25 साल अलग होते हुए हो गए अब मुझ पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का केस लगा रही हैं। मैंने नंदिता के साथ एक फिल्म कर ली तो उस बेचारी का भी नाम घसीट दिया। 15 साल से इन्हें हर महीने 40 हजार रुपए दे रहा हूं। इसका मेरे पास बैंक स्टेटमेंट भी है। रोशनी ने तो मेरी लाइफ बचाई है। जब यह औरत मुझे छोड़कर चली गई, तब 2003 में रोशनी मेरी जिंदगी में आई। मैं बेड पर बीमार पड़ा हुआ था। इसने तो मेरी जिंदगी ही खत्म कर दी थी। 10 करोड़ कहां से लाऊंगा? इनके भी कितने ही पराए मर्दों के साथ संबंध हैं। उसे शराब की लत है। खुद को मॉडर्न बताती है और मुझे देहाती कहती है।

हां, संजय मिश्रा से मेरी शादी हुई थी। लेकिन उनका और मेरा काफी समय पहले ही तलाक हो चुका है। जब हम अलग हो चुके हैं, तब ये बात कहां से आ रही है? जरा उस लेडी से पूछिए कि इतने लंबे समय से कहां थी और उसकी जिंदगी में कौन है? रघुवीरजी ऑटोबायोग्राफी लिख रहे हैं। जब वह आएगी, तब आपको पूरी कहानी के बारे में पता चलेगा। मैं रघुवीर के साथ हूं और उनका काम भी देख रही हूं। नंदिता दास का इस सब में नाम आ रहा है, तो उन्हीं से पूछिए। मुझे नहीं लगता कि मैं जिंदगी के सबसे बुरे दौर फंसे किसी इंसान की मदद करके कुछ गलत कर रही हूं। रघुवीर का नाम ख़राब करने की कोशिश की जा रही है।

नंदिता दास मुझ पर लगाए गए ऐसे मूर्खतापूर्ण आरोपों पर कुछ नहीं कहना चाहती। साथ ही मैं इस बात की कतई अपेक्षा भी नहीं कर रही थी किसी के कुछ भी रंेडमली आरोप लगा देने से मुझसे ही इस मामले में प्रश्न पूछे जाने लगेंगे।

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