देश का यूथ, फाइनेंस मिनिस्टर यानी निर्मला सीतारमण से आज जॉब्स को बूस्टर डोज देने की उम्मीद कर रहा था, ताकि फ्यूचर ब्राइट हो जाए। उनका भी और देश का भी। फाइनेंस मिनिस्टर ने पूरे बजट में रोजगार या जॉब्स शब्द का इस्तेमाल ही महज 4 बार किया।
वित्त मंत्री ने भाषण में 47 लाख युवाओं को 3 साल तक स्टायपेंड देने की बात कही। युवा इंटरनेशनल मार्केट में नौकरियों के लिए तैयार हो सकें, इसके लिए देश में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर खोले जाने का ऐलान भी किया।
पहले देखिए रोजगार से जुड़ी 3 बड़ी घोषणाएं...
एकलव्य स्कूलों में 38 हजार टीचर्स की भर्ती
इनके अलावा ट्राइब्स (जनजातियों) के लिए भी रोजगार देने की बात कही गई है। इसमें 740 एकलव्य स्कूलों के लिए 38 हजार 800 टीचर्स और सपोर्ट स्टाफ भर्ती किया जाएगा। हालांकि 2023 के बजट में वित्त मंत्री ने प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) और आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना में जॉब बांटने की कोई चर्चा नहीं की।
अब बात उन घोषणाओं की, जिनमें रोजगार की संभावना
अब अवध ओझा का एनालिसिस...
बजट के बाद आपके जरूरत की कई चीजें सस्ती और महंगी भी हो गई हैं। हालांकि, पांच साल पहले GST आ गया था। उसके बाद से बजट में ये समझना मुश्किल होता गया कि सस्ता-महंगा क्या होगा। क्योंकि अब यहां डायरेक्ट टैक्स की बात नहीं होती। इंडायरेक्ट टैक्स में कुछ ऊंच-नीच होती है। तो उसके असर के तौर पर सस्ते-महंगे का हिसाब लगाया जाता है। इस असर को यहां पढ़ सकते हैं...
इनडायरेक्ट टैक्स के असर से सस्ता महंगा तो आपने पढ़ लिया...लेकिन आपकी इनकम पर सरकार ने कितना टैक्स लगाया ये भी जान लीजिए...इनकम टैक्स में स्लैब घटकर 6 से 5 हो गए हैं, अब 7 लाख तक की इनकम टैक्स फ्री कर दी गई है। टैक्स का गणित समझने के लिए यहां क्लिक करिए।
इस बजट को वित्त मंत्री ने 1 घंटे, 27 मिनट में पढ़ा। काफी लंबा है। तो 23 पॉइंट्स में 2023 का बजट समझने के लिए यहां क्लिक करें।
अब जान लेते हैं रोजगार को लेकर बजट 2022 में घोषणाएं क्या थीं और उनका अब तक क्या हुआ...
5 साल में 60 लाख नौकरियों का ऐलान
अब तक क्या हुआ
आत्मनिर्भर भारत योजना में 16 लाख नौकरियां
अब तक क्या हुआ
दिसंबर में 16 महीने के पीक पर पहुंचने के बाद जनवरी में घटी बेरोजगारी दर
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के मुताबिक, दिसंबर 2022 में बेरोजगारी दर 8.3% रही। ये बीते 16 महीने में सबसे ज्यादा थी। इससे पहले अगस्त 2021 में बेरोजगारी दर 8.3% रही थी। जनवरी में जारी डेटा के मुताबिक यह 7.14% पर आ गई।
CMIE के MD महेश व्यास का कहना है कि हाल के महीनों में रोजगार में लगातार बढ़ोतरी के बदौलत दिसंबर 2022 तक रोजगार 41 करोड़ तक पहुंच गया। यह कोरोना महामारी से पहले यानी जनवरी 2020 के बाद का हाईएस्ट एम्प्लॉयमेंट लेवल है।
EPFO में नए एनरोलमेंट नवंबर में 16.5% बढ़े
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के पेरोल डेटा के मुताबिक, नवंबर 2022 में 16.2 लाख नए मेंबर जुड़े। यह पिछले साल यानी नवंबर 2021 से 16.5% ज्यादा है। वित्तमंत्री ने अपने बजट भाषण में बताया कि पिछले 9 साल में EPFO के सदस्य दोगुने हो गए है, यानी करीब 27 करोड़।
वित्त वर्ष 2021-22 में 1.22 करोड़ नए एनरोलमेंट हुए थे। वित्त वर्ष 2022-23 के 8 महीने यानी अप्रैल से नवंबर 2022 के बीच 1.05 करोड़ एनरोलमेंट हुए। इसके बाद का डेटा अभी उपलब्ध नहीं है। आप नीचे दिए गए ग्राफिक्स में डीटेल देख सकते हैं...
31 अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर्स में 28.55 करोड़ मजदूर अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर यानी ऐसे क्षेत्र जिनमें 10 से कम लोग काम करते हैं, जैसे जनरल स्टोर, खेत, दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूर। ई-श्रम पोर्टल के मुताबिक, 30 जनवरी 2023 तक 28.55 करोड़ मजदूर रजिस्टर्ड हुए हैं।
2022 में 67 स्टार्टअप में 25 हजार छंटनी
केंद्र और राज्य सरकार के विभागों में पौने दस लाख से ज्यादा पद खाली, किस विभाग में कितने पद, ग्राफिक्स से जानिए...
2023 में टॉप 8 जॉब सेक्टर्स में जॉब बढ़ने की उम्मीद
लिंक्डइन इंडिया की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि 25 सेक्टर्स 2023 में सबसे ज्यादा रोजगार देंगे। लिंक्डइन ने जनवरी 2018 से जुलाई 2022 के बीच किए रिसर्च के आधार पर कुछ नतीजे निकाले, जो बताते हैं कि 2023 में किस सेक्टर में किस तरह की नौकरियों की ज्यादा मांग है।
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