कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का प्रचलन बढ़ने के बाद रियल एस्टेट और हाउसिंग कंपनियों ने ऑनलाइन प्रॉपर्टी प्रमोशन और सेल पर ज्यादा ध्यान दिया। यही वजह है कि रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े प्रॉप-टेक स्टार्टअप की संख्या में 2016 के मुकाबले 700 गुना की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक की सोमवार को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में जहां देश में महज 2 प्रॉप-टेक स्टार्टअप थे वहीं 2022 के अंत तक इनकी संख्या 1400 से ज्यादा हो गई है। इनमें से 30% जहां प्री-सीड स्टेज में हैं वहीं 56% प्रॉप-टेक स्टार्टअप्स को निवेशकों से अच्छा-खासा फंड मिल रहा है।
अंडर-कंस्ट्रक्शन रियल एस्टेट में 84% हाउसिंग सेक्टर
लगभग 14% प्रॉप-टेक स्टार्टअप फिलहाल मान्यता प्राप्ति की स्टेज में हैं और जल्द ही फंड उगाही की स्टेज में आ जाएंगे। हालांकि देश में कुल अंडर-कंस्ट्रक्शन रियल एस्टेट में हाउसिंग सेक्टर की हिस्सेदारी 84% है, लेकिन अभी प्रॉप-टेक स्टार्टअप में महज 700-800 कंपनियां ही 13% हिस्सेदारी रखती हैं। हाउसिंग कंपनियों के लिए प्रॉप-टेक में अभी काफी गुंजाइश है।
भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में तीसरा
भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम है। 2016 में सरकार द्वारा स्टार्टअप इंडिया मुहिम शुरू किए जाने के बाद से 7 साल के भीतर देश में मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स की संख्या में 21 गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आज की तारीख तक देश में मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या 90500 से अधिक हो गई है जो कि 2016 में महज 450 थी।
90% कस्टमर ऑनलाइन सर्च करते हैं प्रॉपर्टी
एनारॉक के सीनियर डायरेक्टर प्रशांत ठाकुर ने बताया कि रियल एस्टेट सेक्टर ने कोविड के बाद टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाया है। प्रॉप-टेक की संख्या 200% सालाना की दर से बढ़ी है। इससे ग्राहकों को प्रॉपर्टी खोजने के लिए बहुत ज्यादा भटकना नहीं पड़ता। फोर्ब्स के आंकड़ों के मुताबिक 90% उपभोक्ता ऑनलाइन प्रॉपर्टी सर्च करते हैं और 51% ऑनलाइन खरीदारी तक पहुंचते हैं।
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