अमेजन-फ्यूचर ग्रुप मामला:दिल्ली हाईकोर्ट में अमेजन ने ED के खिलाफ मुकदमा दायर किया, बेवजह परेशान के आरोप लगाए

नई दिल्लीएक वर्ष पहले
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अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के बीच चल रहा विवाद दिल्ली हाईकोर्ट जा पहुंचा है। इस बार अमेजन ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के खिलाफ याचिका लगाई है। इसमें विदेशी निवेश कानून के उल्लंघन को लेकर ईडी की जांच पर सवाल उठाए हैं। ईडी भारत के फ्यूचर ग्रुप में अमेजन के 200 मिलियन डॉलर (करीब 1500 करोड़ रुपए) के निवेश की महीनों से जांच कर रहा है। बता दें कि कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने अमेजन और और फ्यूचर ग्रुप की डील को सस्पेंड कर दिया है।

अमेजन ने 816 पेज की याचिका में आरोप लगाया है कि 2019 में फ्यूचर समूह के साथ हुए 20 करोड़ डॉलर (करीब 1500 करोड़ रुपए) के करार को लेकर उसे बेवजह परेशान किया जा रहा। जांच में अमेजन के कई कार्यकारी अधिकारियों और भारत प्रमुख को समन जारी किया गया है। इसे लेकर ईडी की ओर से जारी समन में जो जानकारियां मांगी गई हैं, वह फ्यूचर ग्रुप की डील से अलग हैं।

अमेजन की कोर्ट फाइलिंग में ईडी का नोटिस सामने आया
अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने अदालत से अपील की है कि संबंधित मामले में ईडी को किस तरह की जांच का अधिकार है, इसे स्पष्ट किया जाए। अमेजन ने कोर्ट में जो फाइलिंग की है उसमें 19 फरवरी को ईडी द्वारा दिया गया नोटिस, एग्रीमेंट की कॉपी, बैंक अकाउंट डिटेल और दूसरे इंटरनल कम्युनिकेशन डॉक्युमेंट्स शामिल हैं। अमेजन ने ये भी बताया है कि ईडी बड़े स्तर पर जांच कर रहा है। उसने भारत में अमेजन के बड़े ई-कॉमर्स सेलर्स की डिटेल मांगी। इसमें Amazon.in पर होने वाली कुल बिक्री का 5% से अधिक वाले अकाउंट्स की डिटेल भी है।

रॉयटर्स ने नोटिस में पाया कि अमेजन ने अपने भारतीय प्लेटफॉर्म पर कुछ सेलर्स को समृद्ध होने में मदद की। उन्हें रियायती शुल्क देने के लिए विदेशी निवेश कानूनों को दरकिनार किया। अमेजन ने इसे लेरकर कहा कि उस समय उसे विश्वास था कि वह नियमों का पालन करता है और यह अपने बाजार पर किसी भी सेलर को एक्स्ट्रा ट्रीटमेंट नहीं देता।

अमेजन और फ्यूचर ग्रुप की डील सस्पेंड कर दी गई
फ्यूचर कूपन प्राइवेट लिमिटेड (FPCL) और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने आरोप लगाया था कि अमेजन का FPCL में 49% हिस्सेदारी का मकसद फ्यूचर रिटेल लिमिटेड को इंडायरेक्ट रूप से कंट्रोल करना था। इन्हीं आरोपों को ध्यान में रखते हुए कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने इस डील को सस्पेंड कर दिया। हालांकि, CCI ने डील को नए सिरे से देखने के लिए भी कहा है।

अमेजन पर 200 करोड़ का जुर्माना क्यों लगाया गया?
कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने 57 पन्नों के आदेश में इस डील को सस्पेंड किया है। CCI ने कहा कि अमेजन ने डील के अपने असली मकसद को छिपाया। अमेजन ने इस डील के लिए अनुमति लेने के दौरान डील के वास्तविक स्कोप को कम करके दिखाया। साथ ही एग्रीमेंट के लिए झूठे और गलत बयान दिए। अनुमति लेने के लिए अहम जानकारियां छिपाने को लेकर अमेजन पर 200 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया गया।

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