आम लोगों के लिए गोल्ड की कीमतें हमेशा से ही चिंता का विषय रही हैं। खासतौर पर जब परिवार में शादी-ब्याह का समय होता है तो लोगों को अपना बजट देखना होता है। इसी दौरान गोल्ड की कीमतें ज्यादा हों तो बजट गड़बड़ा जाता है। इसके अलावा घर में गोल्ड रखा हो तो चोरी होने का डर भी सताता रहता है। इन्हीं बातों के चलते अब लोगों ने फिजिकल गोल्ड में निवेश करना शुरू कर दिया है।
वर्तमान में जब टेक्नोलॉजी और इन्वेस्टमेंट के लिए नए-नए रास्ते तलाशे जा रहे हैं तो इसमें डिजिटल गोल्ड की भी मजबूत जगह बनती जा रही है। हालांकि, इसका चलन विदेशों मे पहले से है, लेकिन भारत में पिछले तीन सालों से इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है। डिजिटल गोल्ड की सबसे खास बात यह है कि यहां 1 रुपए का सोना भी खरीदा जा सकता है, भले ही सोने की कीमत कितनी भी हो।
क्या है डिजिटल गोल्ड
डिजिटल गोल्ड का मतलब है कि जब कोई व्यक्ति ऑनलाइन सोना खरीदता है तो बुलियन कंपनियां उस कीमत का सोना अपने लॉकर में रख देती हैं। इसके बदले में ग्राहक को एक पर्चेज रिसीप्ट मिलती है। जैसे-जैसे आप इसमें निवेश करते जाते हैं, वैसे-वैसे आपके लॉकर में सोना बढ़ता जाता है। इतना ही नहीं, ऑनलाइन खरीदी के साथ जरूरत पड़ने पर इसे ऑनलाइन ही बेचा भी जा सकता है।
कहां से खरीद सकते हैं
MMTC-PAMP इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ-साथ अन्य बुलियन ट्रेडिंग कंपनियां डिजिटल सोने को खरीदने व बेचने की सुविधा प्रदान करती हैं। डिजिटल गोल्ड की खरीदी पेटीएम, गूगल पे, मोतीलाल ओसवाल, एचडीएफसी सिक्योरिटीज व फोन-पे से भी की जा सकती है। इस बिजनेस से जुड़े जानकारों के अनुसार, देश में पिछले 3 वर्षों में 7-8 करोड़ लोगों ने तकरीबन 8000-9000 किग्रा डिजिटल सोना खरीदा और बेचा है।
डिजिटल गोल्ड के फायदे
दैनिक भास्कर से हुई बातचीत में पेटीएम मनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर वरुण श्रीधर ने बताया- मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव हमेशा से ही चिंता का विषय रहा है। वहीं, बात सिर्फ गोल्ड खरीदने की ही नहीं है, बल्कि सोना घर में रखने पर हमेशा चोरी का डर भी बना रहता है। वहीं, डिजिटल गोल्ड की खरीद में ऐसी कोई समस्या नहीं हैं। साथ ही गोल्ड की क्वॉलिटी की भी चिंता नहीं होती। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर तो कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने सिर्फ 25-50 रुपए के निवेश के साथ गोल्ड खरीदना शुरू किया है।
पेटीएम मनी का यह भी दावा है कि डिजिटल गोल्ड में भारत दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बनने जा रहा है। पेटीएम भारत सरकार की कंपनी एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर काम कर रही है। पिछले 30 महीनों में कंपनी ने डिजिटल गोल्ड सेगमेंट में 6.5 करोड़ कस्टमर बनाए हैं।
भारत में डिजिटल गोल्ड का बढ़ता चलन
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में कमोडिटी और करेंसी के हेड किशोर नारन के बताए अनुसार, सोने की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजिटल गोल्ड बहुत उपयोगी साबित हो सकता है और भारतीय भी इस बात को समझने लगे हैं। यही कारण है कि पिछले 2-3 सालों से देश में इसका चलन तेजी से बढ़ा है और आने वाले समय में इसमें और तेजी आएगी।
किस तरह के लोग डिजिटल सोना खरीद रहे?
वरुण श्रीधर के बताए अनुसार, भारत में डिजिटल गोल्ड में निवेश करने वाले तीन तरह के लोग हैं...
मीडियम क्लास फैमिली: सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सबसे ज्यादा असर मीडियम क्लास फैमिली पर ही पड़ता है। ऐसे परिवार बच्चों के शादी-ब्याह के लिए पहले से ही थोड़ा-थोड़ा सोना खरीदकर रखने की कोशिश करते हैं। इसी के चलते इस वर्ग के लोगों ने अब डिजिटल गोल्ड में इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया है। वहीं, घर के खर्चों से कुछ पैसे बचाकर हाउस वाइफ भी डिजिटल सोना खरीद रही हैं। इसके अलावा, सर्विस क्लास और छोटे ट्रेड्स भी बचात कर हर महीने 500 से 5000 तक की रकम डिजिटल गोल्ड में इन्वेस्ट कर रहे हैं।
कम जोखिम लेने वाले: कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें, दूसरे इन्वेस्टमेंट-इंस्ट्रूमेंट्स की कम जानकारी होती है और वे स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स आदि में निवेश करना खतरे भरा कदम समझते हैं। ऐसे लोग अब डिजिटल गोल्ड में निवेश करने लगे हैं, क्योंकि यह इन्वेस्ट सीधे सरकारी कंपनियों से जुड़ा है। जैसे-जैसे यह प्रक्रिया और पारदर्शी होती जा रही है, वैसे-वैसे इसे लेकर लोगों का विश्वास मजबूत होता जा रहा है।
निवेशक: ये वे लोग होते हैं. जो नियमित रूप से गोल्ड में ही निवेश करते हैं। ये सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के अनुसार कम-ज्यादा सोना खरीदते व बेचते रहते हैं। यानी की गोल्ड में निवेश की कैटेगिरी में ये रियल इन्वेस्टर्स हैं, क्योंकि ये सीधे तौर पर लाभ कमाने के लिए गोल्ड खरीदते हैं और शेयर मार्केट में निवेश करते हैं।
औसत निवेश क्या है?
वरुण श्रीधर और किशोर नरेन के अनुसार, डिजिटल गोल्ड में 1 रुपए से लेकर 25 हजार रुपए तक का निवेश किया जा सकता है। हालांकि, ज्यादातर लोग 500 रुपए से शुरुआत कर रहे हैं। डिजिटल गोल्ड की यही सबसे बड़ी खासियत है कि यहां बजट कम होने की कोई टेंशन नहीं। वहीं, दुकानों-शोरूम से थोड़ा सोना खरीदने के लिए भी अच्छी खासी रकम की जरूरत होती है।
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