बाजार नियामक सेबी ने हाल ही में सिल्वर ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में निवेश के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही निवेशकों को गोल्ड ETF की तरह चांदी में भी निवेश करने का मजबूत प्लेटफॉर्म मिल गया है। आइए जानते हैं क्या है इन दिशानिर्देशों में...
ट्रैकिंग एरर
फंड हाउसेज को ट्रैकिंग एरर 2% तक सीमित रखने का निर्देश दिया गया है। ट्रैकिंग एरर बेंचमार्क रिटर्न और स्कीम के रिटर्न का अंतर होता है। यह एरर बढ़ने पर निवेशकों को नुकसान हो सकता है।
बेंचमार्क
फंड हाउस 99.9% शुद्धता वाले 30 किलो वजन के चांदी के बार खरीदेंगे। सिल्वर ETF का बेंचमार्क लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन पर चांदी की डेली स्पॉट प्राइस के आधार पर तय होगा।
एक्सपेंस रेश्यो
सिल्वर ETF का एक्सपेंस रेश्यो स्कीम के एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) के एक फीसदी से ऊपर नहीं जा सकेगा।
लिक्विडिटी
सिल्वर ETF की यूनिट्स भी स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होंगी। एक्सचेंजों पर पर्याप्त लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए फंड हाउसेज को मार्केट मेकर्स नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
एसेट एलोकेशन
सिल्वर ETF को कम से कम 95 फीसदी एसेट चांदी या चांदी से जुड़े एक्सचेंज ट्रेडेड कमोडिटी डेरिवेटिव्स (ईटीसीडी) में निवेश करना होगा। ईटीसीडी में भी 10% एसेट से ज्यादा निवेश नहीं किया जा सकेगा।
क्या है ETF?
ETF एक प्रकार का निवेश है जिसे स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जाता है। ईटीएफ व्यापार शेयरों में व्यापार के समान है। ETF में बांड या स्टॉक खरीदे बेचे जाते हैं। एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड एक म्यूचुअल फंड की तरह है, लेकिन म्यूचुअल फंड के विपरीत, ईटीएफ को ट्रेडिंग अवधि के दौरान किसी भी समय बेचा जा सकता है।
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