पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना होने पर इसका इलाज किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में कराने पर लाखों का बिल बन सकता है। ऐसे में इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए सभी को तैयार रहना चाहिए। अगर आपके पास अभी हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है तो आपको आज से ही पैसों का इंतजाम करना शुरू कर देना चाहिए। पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व सीईओ पंकज मठपाल आपको ऐसे कुछ तरीके बता रहे हैं जो आपको इस कठिन समय से निपटने में मदद करेंगे।
पैसे को सही जगह निवेश करना जरूरी
कोरोना महामारी में किसी को भी कभी भी पैसों की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में अपने पैसों को कहीं भी ऐसी जगह निवेश न करें जहां लॉक-इन पीरियड हो। आपको पैसे ऐसी जगह निवेश करने चाहिए जहां से आप कभी भी पैसे निकाल सकें।
आप अल्ट्रा शॉर्ट टर्म म्यूचुअल फंड्स या लिक्विड फंड्स में SIP के जरिए निवेश कर सकते हैं। इससे आपको FD से ज्यादा रिटर्न भी मिलता रहेगा और जरूरत पड़ने पर आप पैसा भी निकाल सकेंगे। सही फंड को चुनने के लिए आप एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं।
जरूरत पड़ने पर कम रिटर्न देने वाले निवेश से पैसा निकालें
अगर आपको कोरोना काल में पैसों की जरूरत पड़ती है तो आपको अपने उस निवेश से पैसा निकालना चाहिए जहां से आपको कम रिटर्न मिल रहा है। कभी भी ज्यादा रिटर्न देने वाले निवेश को नहीं छेड़ना चाहिए।
जितनी जल्दी हो सके हेल्थ इंश्योरेंस ले लें
कोरोना ने लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस की अहमियत समझा दी है। ये आपके बुरे समय में काम आता है और बीमारी होने बिना आपकी सेविंग्स को इलाज पर खत्म होने से बचाता है। हेल्थ इंश्योरेंस आपको सही इलाज दिलाने में मदद करेगा। कम उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस लेने पर आपको इसके लिए कम प्रीमियम चुकाना पड़ेगा।
सरकार ने कोरोना के लिए दो स्टैंडर्ड पॉलिसी- कोरोना कवच और कोरोना रक्षक शुरू की हैं। इसमें आपको 5 लाख तक का कवर मिलेगा। इसमें मूल कवर का प्रीमियम 447 से 5,630 रुपए (जीएसटी शामिल नहीं) रहेगा।
इमरजेंसी फंड बनाना है जरूरी
हमेशा नौकरी जाने जैसी आपातकालीन स्थितियों के लिए भी आपको तैयार रहना चाहिए। यह इमरजेंसी फंड आपके कम से कम 5 से 6 महीने के वेतन के बराबर होना चाहिए। इससे आपको कोरोना काल जैसे बुरे वक्त से निपटने में मदद मिलेगी।
कम खर्च करें ज्यादा बचाएं
इस कठिन समय में जितना हो सके पैसा बचाने की कोशिश करना चाहिए। क्योंकि बुरे समय में ये पैसा ही आपके काम आएगा। आपको केवल जरूरी कामों पर ही पैसा खर्च करना चाहिए। किसी भी तरह की वित्तीय समस्या से निपटने के लिए वित्तीय अनुशासन बहुत जरूरी है।
वित्तीय अनुशासन के लिए आपको अपने मासिक खर्चों के लिए एक बजट तैयार करना चाहिए और महीने के अंत में वास्तविक खर्चों के साथ बजट की तुलना करनी चाहिए। यह तुलना आपको एहसास कराएगी कि आपने उस महीने में क्या फिजूल खर्च किया है।
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