सोना एक बार फिर से महंगा होने लगा है। आज सोना 45,253 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। एक्सपर्ट का मानना है कि सोना एक बार फिर 50 हजार के ऊपर जा सकता है, ऐसे में सोने में निवेश के लिए ये सही समय हो सकता है। आप गोल्ड म्यूचुअल फंड के जरिए सोने में निवेश कर सकते हैं। ये ऑप्शन लॉन्ग टर्म निवेश के लिए सही माना जाता है। गोल्ड म्यूचुअल फंड ने बीते 1 साल में 13% तक का रिटर्न दिया है।
इसमें गोल्ड ETF में ही होता है निवेश
गोल्ड म्यूचुअल फंड, गोल्ड ETF का ही एक प्रकार है। ये ऐसी योजनाएं हैं जो मुख्य रूप से गोल्ड ETF में निवेश करती हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे भौतिक सोने में निवेश नहीं करते हैं, लेकिन उसी स्थिति को अप्रत्यक्ष रूप से लेते हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड निवेश प्रोडक्ट है जो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में निवेश करते हैं और उनका नेट एसेट वैल्यू (NAV) ETFs के प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है।
500 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत
आप मासिक SIP के माध्यम से 500 के साथ गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। इसके निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती है। आप किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस के माध्यम से इसमें निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
लॉन्ग टर्म गेन पर देना होगा 20% टैक्स
गोल्ड म्युचुअल फंड में 3 साल से अधिक के निवेश को लॉन्ग-टर्म माना जाता है और इसके लाभ को लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) कहा जाता है। सोने पर LTCG पर इंडेक्सेशन बेनिफिट (प्लस सरचार्ज, अगर कोई हो और सेस) के साथ 20% की दर से कर लगाया जाता है, जबकि शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) पर निवेशक को लागू स्लैब दर के अनुसार टैक्स देना होता है।
1 साल का एग्जिट लोड
गोल्ड म्यूचुअल फंड में एग्जिट लोड हो सकता है जो आम तौर पर 1 साल तक होता है। म्यूचुअल फंड हाउस एग्जिट लोड तब लगाते हैं जब आप एक निश्चित अवधि से पहले ही अपने निवेश का मुनाफा वसूलना चाहते हैं। एग्जिट लोड निवेशकों को बाहर जाने से रोकने के लिए लगाया जाता है। अलग-अलग म्यूचुअल फंड का एग्जिट लोड लगाने का समय भिन्न होता है। एग्जिट लोड आपकी NAV का छोटा सा हिस्सा होता है, तो आपके बाहर जाने पर काटा जाता है।
इन गोल्ड म्यूचुअल फंड्स ने दिया अच्छा रिटर्न
फंड का नाम | 1 साल में रिटर्न (%) | 3 साल में रिटर्न (%) | 5 साल में रिटर्न (%) |
एक्सिस गोल्ड फंड | 13.1 | 13.6 | 7.8 |
SBI गोल्ड फंड | 12.8 | 12.9 | 7.7 |
HDFC गोल्ड फंड | 12.5 | 12.8 | 7.8 |
निप्पोन इंडियो गोल्ड सेविंग फंड | 12.0 | 12.5 | 7.5 |
कोटक गोल्ड फंड | 11.3 | 13.5 | 8.0 |
सोने में सीमित निवेश फायदेमंद
रूंगटा सिक्योरिटीज के सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं भले ही आपको सोने में निवेश करना पसंद हो तब भी आपको इसमें सीमित निवेश ही करना चाहिए। एक्सपर्ट के अनुसार कुल पोर्टफोलियो का सिर्फ 10 से 15% ही सोने में निवेश करना चाहिए। किसी संकट के दौर में सोने में निवेश आपके पोर्टफोलियो को स्थिरता दे सकता है, लेकिन लंबी अवधि में यह आपके पोर्टफोलियो के रिटर्न को कम कर सकता है।
हर्षवर्धन रूंगटा के अनुसार कहते हैं कि जब दुनिया की अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता की स्थिति बनती है तो निवेशक सोने में निवेश बढ़ा देते हैं। उनको लगता है कि सोने से उन्हें सुरक्षा मिलेगी और उसकी क़ीमत नहीं घटेगी। इसकी वजह से निवेशकों में सोने की मांग बढ़ रही है।
सोने में निवेश का सही मौका
IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी एंड करेंसी) अनुज गुप्ता कहते हैं कि कोरोना के कारण अगस्त 2020 में सोना 56 हजार पर पहुंच गया है और अब एक बार फिर देश और दुनिया में कोरोना की दूसरी लहर आ गई है। इसके अलावा अब शादी को सीजन शुरू हा चुका है इस कारण भी सोने में बढ़त देखने को मिल रही है।
इसके अलावा मई महीने में अक्षय तृतीया भी है उससे भी सोने की मांग बढ़ेगी और सोने के दाम बढ़ सकते हैं। अनुज गुप्ता के अनुसार इसके चलते सोने के दाम एक बार फिर 52 हजार रुपए पर पहुंच सकते हैं। ऐसे में अगर कोई निवेशक गोल्ड में निवेश करना चाहता है तो ये सही समय हो सकता है।
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