सोना और चांदी की चमक एक बार फिर बढ़ने लगी है। इस हफ्ते सोना 449 रुपए महंगा होकर 44,919 पर पहुंच गया है। इस हफ्ते सोना की शुरुआत में सोना 44,468 रुपए पर था। हालांकि चांदी में बहुत कम तेजी देखी गई है। इस हफ्ते चांदी 54 रुपए महंगी होकर 63737 रुपए पर पहुंच गई है।
कोरोना बढ़ने का सोने के दाम पर होगा असर
पृथ्वी फिनमार्ट के डायरेक्टर मनोज कुमार जैन कहते हैं कि एक बार फिर देश और दुनिया में कोरोना की दूसरी लहर आ गई है। ऐसे में लंबी अवधि में सोने में बढ़त देखने को मिल सकती है। उनके अनुसार, साल के आखिर तक सोने के दाम 48 हजार रुपए पर पहुंच सकते हैं। इस ट्रेंड को इस तरह भी समझ सकते है कि मार्च की शुरुआत में सोना 44 हजार के नीचे आ गया था, लेकिन अब दाम एक बार फिर बढ़े हैं।
कोरोना जैसी आफत आने और महंगाई बढ़ने पर सोना होता है महंगा, अगले 2-3 महीने में 48000 हो सकते हैं दाम
बढ़ रही सोने की खपत
देश में सोने की खपत तेजी से बढ़ती जा रही है। पिछले साल की तुलना में इस साल मार्च में देश में सोने का इम्पोर्ट (आयात) 471% बढ़कर 160 टन हो गया है। इसकी बड़ी वजह सोने की कीमतों का रिकॉर्ड उच्च स्तर से नीचे आना और आयात शुल्क में कटौती होना है। इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में देश में कुल 321 टन सोने का आयात हुआ जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह मात्र 124 टन था।
भारत में हर साल 700-800 टन सोने की खपत है जिसमें से 1 टन का उत्पादन भारत में ही होता है और बाकी आयात किया जाता है। देश में सोने के इम्पोर्ट में 2020 में 344.2 टन रहा जो पिछले साल के मुकाबले 47% कम रहा। 2019 में ये 646.8 टन था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना 1,731 डॉलर प्रति औंस पर आया
दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना महंगा होने लगा है। सोने की कीमत 1,731 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है। वैश्विक वायदा भाव कॉमेक्स पर सोना 2 अप्रैल को 1,729 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। यह एक समय 1,720 डॉलर प्रति औंस के स्तर से नीचे आ गया था।
अगस्त 2020 में 56,200 पर पहुंच गया था सोना
पिछले साल जुलाई अगस्त में कोरोना महामारी जब अपने चरम पर थी। इस दौरान सोने का भाव अगस्त 2020 में 56,200 रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर भी पहुंचा था। उस समय कोरोना महामारी के कारण निवेशकों में डर का माहौल बना हुआ था। अभी एक बार फिर देश में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में सोने की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है।
आमतौर पर देखा गया है कि जब भी शेयर बाजार में नुकसान की आशंका होती है और डॉलर की तुलना में अन्य मुद्रा कमजोर पड़ने की नौबत आती है, तो सोने के भाव में उछाल देखने को मिलती है, लेकिन वैक्सीन आने के बाद सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही थी और ये एक समय 44 हजार के नीचे भी आ गई थी।
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