पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। ऐसे में आम जनता चाहती है कि सरकार इस पर मजबूत कदम उठाए। इस पर सर्वे एजेंसी लोकलसर्किल ने एक सर्वे किया, जिसमें शामिल 69% लोग चाहते हैं कि सरकार को डीजल और पेट्रोल से एक्साइज ड्यूटी घटाना चाहिए। सोशल मीडिया पर हुए इस सर्वे में देशभर के 9,326 लोग शामिल हुए।
पेट्रोल-डीजल के भाव आसमान पर
दरअसल, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। शुक्रवार को यहां पेट्रोल 84.20 रुपए प्रति लीटर और डीजल 74.38 रुपए के भाव पर बिक रहा है। सर्वे में ज्यादातर लोग चाहते हैं कि सरकार प्रति लीटर 6 रुपए यानी 20% एक्साइज ड्यूटी कम करे।
केंद्र और राज्य सरकार के टैक्स और कमीशन का असर
दिल्ली में प्रति लीटर पेट्रोल पर केंद्र सरकार 32.98 रुपए यानी 125% एक्साइज ड्यूटी लगाती है। इसके अलावा दिल्ली सरकार प्रति लीटर 19 रुपए यानी 72% वैट (VAT) लगाती है। इसी तरह के टैक्स और कमीशन डीजल पर भी लगाए जाते हैं। इसी कारण पेट्रोल और डीजल के भाव में बढ़ोतरी दर्ज की जाती है। इसका असर सीधे आम लोगों की जेब पर पड़ता है। क्योंकि महंगे ईंधन से सामान ढुलाई का खर्च भी बढ़ जाता है।
पहले भी घटाए गए थे एक्साइज ड्यूटी
4 अक्टूबर 2018 को जब पेट्रोल और डीजल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे थे, तब सरकार ने इन पर एक्साइज ड्यूटी 1.50 रुपए प्रति लीटर घटाई थी। सरकारी तेल कंपनियों ने भी दाम एक रुपया घटाया था। लेकिन सरकार के पास फंड की कमी को देखते हुए अभी एक्साइज कम करने की संभावना कम ही है। क्योंकि कच्चा तेल एक हफ्ते में 5 डॉलर प्रति बैरल महंगा हुआ है। इसके अलावा ओपेक+ की बैठक में जनवरी में रोजाना 72, फरवरी में 71 और मार्च में 70 लाख बैरल उत्पादन घटाने का प्लान है।
पॉजिटिव- ग्रह स्थिति अनुकूल है। मित्रों का साथ और सहयोग आपकी हिम्मत और हौसले को और अधिक बढ़ाएगा। आप अपनी किसी कमजोरी पर भी काबू पाने में सक्षम रहेंगे। बातचीत के माध्यम से आप अपना काम भी निकलवा लेंगे। ...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.