पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने इनीशियल पबल्कि ऑफरिंग (IPO) के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। सेबी ने कहा कि जिन कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन एक लाख करोड़ रुपए होगा, वे अब IPO में 10% के बजाय कम से कम 5% हिस्सा बेच सकती हैं। खासबात यह है कि यह बदलाव जीवन बीमा निगम (LIC) के IPO से पहले किया गया है।
प्रमोटर हिस्सेदारी घटाने के लिए भी समयसीमा बढ़ी
नए नियम के मुताबिक प्रमोटर की हिस्सेदारी 75% पर लाने के लिए उन्हें अब 5 साल मिलेगा। पहले यह सीमा 3 साल की थी। पब्लिक की हिस्सेदारी 25% लाने के लिए भी यही नियम है। इसके अलावा कंपनी का मार्केट कैप IPO के बाद अगर दो लाख करोड़ रुपए रहता है, तो उसे 10% के बजाय कम से कम 7.5% हिस्सेदारी बेचना होगा।
LIC जैसी बड़ी कंपनियों को होगा फायदा
मार्केट रेगुलेटर सेबी चेयरमैन अजय त्यागी के मुताबिक इससे बड़ी कंपनियों को फायदा मिलेगा, जिसमें LIC भी शामिल है। दरसअल, LIC पब्लिक इश्यू के जरिए करीब 10% हिस्सेदारी बेचना चाहती है, जिसके तहत कंपनी को 90 हजार करोड़ रुपए तक की रकम प्राप्त हो सकती है। फिलहाल कंपनी में 100% हिस्सेदारी सरकार के पास है। IPO के बाद कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 7-8 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है।
मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहीं
सेबी ने बुधवार को हुई एक मीटिंग में यह फैसला लिया। बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी शामिल रहे। इसमें सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने मौजूदा मार्केट ट्रेंड और बजट संबंधी घोषणाओं के रोड़ मैप पर भी चर्चा की। इसके अलावा गोल्ड स्पॉट एक्सचेंज, यूनिफाइड सिक्योरिटी मार्केट कोड और एक इन्वेस्टर चार्टर पर भी बातचीत हुई।
पॉजिटिव- आप प्रत्येक कार्य को उचित तथा सुचारु रूप से करने में सक्षम रहेंगे। सिर्फ कोई भी कार्य करने से पहले उसकी रूपरेखा अवश्य बना लें। आपके इन गुणों की वजह से आज आपको कोई विशेष उपलब्धि भी हासिल होगी।...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.