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भगोड़े कारोबारी विजय माल्या और नीरव मोदी को भारत सौंपने को लेकर भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल के बीच लंदन में एक बैठक हुई। बैठक में विजय माल्या को जल्द से जल्द भारत प्रत्यर्पित किए जाने पर चर्चा हुई। बता दें कि ब्रिटेन से माल्या को भारत लाने संबंधी सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं।
यूरोप के तीन देशों की अंतिम दौर की यात्रा में श्रृंगला ब्रिटेन के कई मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। श्रृंगला ने पटेल और दक्षिणी एशिया के लिए ब्रिटेन के कार्यालय मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद से कई अन्य मुद्दों के साथ ही भगोड़े माल्या को भारत लाकर न्याय के कठघरे में खड़ा करने के संबंध में भी चर्चा की। इसके साथ ही श्रृंगला और ब्रिटेन सरकार से नीरव मोदी को प्रत्यर्पित किए जाने को लेकर बातचीत हुई है।
विजय माल्या का मामला क्या है ?
विजय माल्या पर भारतीय बैंकों से 9,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। वह मार्च 2016 में लंदन भाग गया था। प्रत्यर्पण वारंट पर अप्रैल 2017 में माल्या की लंदन में गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन जमानत पर छूट गया।बता दें कि माल्या के ऊपर भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक समेत 13 बैंकों का बकाया है। बैंकों का आरोप है कि माल्या ने जानबूझकर कर्ज का भुगतान नहीं किया। लंदन के कोर्ट में यह केस चल रहा है।
भारत ने कहा- विजय माल्या को जल्द लाने के लिए बातचीत जारी
नीरव मोदी का मामला क्या है?
11,400 हजार करोड़ का पीएनबी घोटाला देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला है। इसके मुख्य आरोपी नीरव मोदी हैं। इसमें नीरव के मामा मेहुल चौकसी भी शामिल हैं। 7 साल तक पीएनबी घोटाला चलता रहा, लेकिन आरबीआई और वित्त मंत्रालय को इसकी भनक तक नहीं लगी। पीएनबी घोटाले का आरोपी नीरव लंदन की वांड्सवर्थ जेल में है।
नीरव मोदी देश का दूसरा भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित, संपत्तियां जब्त होंगी
पॉजिटिव- कुछ रचनात्मक तथा सामाजिक कार्यों में आपका अधिकतर समय व्यतीत होगा। मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखें, आपको कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती हैं। अनुभव...
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