पासपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक होगा। यह ई-पासपोर्ट कहलाएगा। बुकलेट में चिप लगी होगी, जिसमें आपका पूरा ब्योरा इलेक्ट्रॉनिक रूप में दर्ज होगा। इसे कंप्यूटर सेंसर के पास लाने से ब्योरा स्क्रीन पर खुल जाएगा। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि ई-पासपोर्ट का पायलट प्रोजेक्ट मई में शुरू होगा।
पायलट प्रोजेक्ट में 10 लाख ई-पासपोर्ट जारी करने का लक्ष्य है। शुरुआत के लिए अभी ऐसे सेवा केंद्रों को चुना जा रहा है, जहां कम पासपोर्ट जारी होते हैं, ताकि भीड़भाड़ वाले केंद्रों पर काम प्रभावित न हो। आने वाले समय में सिर्फ ई-पासपोर्ट मिलेंगे। इनसे यात्रा सुगम होगी। इससे इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन के मानक अपनाने वाले 70 देशों में भारतीयों को इमिग्रेशन संबंधी आसानी होगी।
आगे क्या: पुराने पासपोर्ट भी अपग्रेड करने पड़ेंगे
विदेश मंत्रालय के अफसरों के अनुसार, पुरानी पासपोर्ट बुकलेट को भी चिप वाले पासपोर्ट में बदला जाएगा। उसके लिए अभी आवेदन के तरीके तय किए जा रहे हैं। नई बुकलेट बनने का काम शुरू हो चुका है। देश में 10 करोड़ लोगों के पास पासपोर्ट हैं।
भविष्य में ये सभी ई-पासपोर्ट में बदले जाएंगे। चिप वाली बुकलेट की प्रिंटिंग भारतीय प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक में की जा रही है। कुल 4.5 करोड़ बुकलेट का ऑर्डर दिया गया है। ये अगले 4-5 साल की जरूरत के हिसाब से हैं। पहले साल के लिए विदेश मंत्रालय ने 70 लाख बुकलेट प्रिंट करने का लक्ष्य तय किया है।
दावा... फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनने रुकेंगे
ई-पासपोर्ट राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अहम है। पासपोर्ट अफसरों ने बताया कि फेक पासपोर्ट बनाना अब लगभग नामुमकिन हो जाएगा। भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त उन लोगों के मंसूबे नाकाम होंगे, जो नकली भारतीय पासपोर्ट पर यात्राएं करते हैं।
तैयारी... जून तक पूरा नेटवर्क तैयार होगा
ई-पासपोर्ट के लिए मैनेजमेंट सिस्टम, इंटरऑपरेबिलिटी टेस्ट बेड, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट, ई-पर्सनलाइजेशन, ई-पासपोर्ट वेरिफिकेशन, इमिग्रेशन चेकपोस्ट जैसा तकनीकी ढांचा तैयार होगा। पूरा नेटवर्क जून तक तैयार हो जाएगा।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.