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राकेश झुनझुनवाला को पद्म श्री अवॉर्ड:कुमार मंगलम बिड़ला और सुधा मूर्ति को पद्म भूषण सम्मान

4 महीने पहले
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केंद्र सरकार ने 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों का ऐलान किया। इस अवसर पर सरकार ने उद्योगपतियों राकेश झुनझुनवाला, कुमार मंगलम बिड़ला, सुधा मूर्ति और अरीज पिरोजशॉ खंबाटा को भी पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं सरकार ने 6 हस्तियों को पद्म विभूषण, 9 को पद्म भूषण और 91 को पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया है।

बिग बुल राकेश झुनझुनवाला को पद्म श्री अवॉर्ड
आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और इंफोसिस को-फाउंडर एन नारायाण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। वहीं बीते साल दुनिया को अलविदा कह गए भारतीय शेयर बाजार के बिग बुल राकेश झुनझुनवाला को मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री अवॉर्ड से नवाजा गया है।

रसना ग्रुप के फाउंडर अरीज खंबाटा ​​​​​​को पद्म श्री सम्मान
राकेश झुनझुनवाला के अलावा रसना ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन अरीज पिरोजशॉ खंबाटा को भी मरणोपरांत पद्म श्री से नवाजा गया है। बता दें कि झुनझुनवाला का निधन 62 साल की उम्र में बीते साल 14 अगस्त 2022 को हो गया था। सिर्फ 5 हजार रुपए से शेयर बाजार में अपनी शुरुआत करने वाले झुनझुनवाला ने अपनी ऐसी पहचान बनाई थी कि उन्हें भारत का वॉरेन बफे कहा जाने लगा था।

कुमार मंगलम ने 1995 में बिड़ला ग्रुप की कमान संभाली थी
वहीं 28 साल की उम्र में बिड़ला ग्रुप की जिम्मेदारी अपने कंधे पर उठाकर केएम बिड़ला ने अपने ग्रुप का तेजी से विस्तार किया। कुमार मंगलम ने अपने पिता आदित्य विक्रम बिड़ला के निधन के बाद 1995 में ग्रुप की कमान संभाली थी। उन्होंने अपनी काबिलियत और मेहनत से आदित्य बिड़ला ग्रुप का टर्नओवर 60 बिलियन डॉलर तक पहुंचाया।

अरीज खंबाटा का नवंबर 2022 में हुआ था निधन
सुधा मुर्ति की बात करें तो IT दिग्गज कंपनी इंफोसिस को शुरू करने में उनका सबसे अहम रोल रहा था। दरअसल, उनके दिए गए 10,000 रुपयों से ही इस कंपनी की नींव पड़ी थी। वहीं अरीज पिरोजशॉ खंबाटा का 85 साल की उम्र में नवंबर 2022 में निधन हो गया था। साल 1976 में खंबाटा परिवार ने रसना ग्रुप की नींव रखी थी। उन्होंने ऑरेंज वैरिएंट का नाम 'जाफे' रखा था। इसके बाद खंबाटा ने साल 1979 में इस कांसन्ट्रेट सॅाफ्ट ड्रिंक के ब्रांड का नाम बदलकर रसना रखा था।

इन्हें मिले पद्म पुरस्कार