पेट्रोल-डीजल और LPG गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों से आपको जल्दी ही राहत मिल सकती है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि 'पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल-डीजल और LPG के दाम घटने शुरू हो गए हैं। हमने कहा था कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घटेंगे तो उसका पूरा फायदा हम ग्राहक को देंगे। हमने वादे के मुताबिक इसका फायदा ग्राहक को देना शुरू कर दिया है।' कच्चा तेल 63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है।
63 डॉलर प्रति बैरल पर आया कच्चा तेल
अभी कच्चा तेल 63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है जो 5 मार्च को 70 डॉलर के करीब था। यानी 1 महीने में ही इसकी कीमत में 11% की कमी आई है लेकिन पेट्रोल-डीजल के दामों में 1% की कमी भी नहीं आई है। ऐसे में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का ये बयान कितना सच्चा होगा ये तो वक्त ही बताएगा।
मोदी सरकार में कच्चा तेल 41% सस्ता हुआ लेकिन पेट्रोल-डीजल महंगा हुआ
आपको तो पता ही होगा कि पेट्रोल-डीजल कच्चे तेल से बनता है। और कच्चे तेल के दामों का असर पेट्रोल-डीजल कीमतों पर सीधे तौर पर पड़ता है। मई 2014 में जब मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने, तब कच्चे तेल की कीमत 106.85 डॉलर प्रति बैरल थी। वहीं अभी कच्चे तेल की कीमत 63 डॉलर प्रति बैरल पर है। इसके बावजूद भी पेट्रोल के दाम घटने के बजाए बढ़कर 100 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गए हैं।
इस साल 26 बार बढ़ी फ्यूल की कीमतें और 3 बार कम हुईं
इस साल पेट्रोल-डीजल के दाम जनवरी में 10 बार और फरवरी में 16 बार बढ़े, जबकि मार्च में कीमतें स्थिर हैं। इस लिहाज से 2021 में अब तक पेट्रोल-डीजल के दाम 26 बार बढ़ चुके हैं। 2021 में अब तक पेट्रोल 7.36 रुपए और डीजल 7.60 रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ है। हालांकि मार्च महीने में 3 बार पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी आई है। इस दौरान पेट्रोल 0.61 पैसे और 0.60 डीजल पैसे सस्ता हुआ है।
पिछले 7 सालों में गैस सिलेंडर की कीमत दोगुनी हुई
पिछले 7 सालों में घरेलू गैस सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) की कीमत दोगुनी होकर 809 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई है। 1 मार्च 2014 को 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 410.5 रुपए थी जो अब 809 रुपए है। वहीं पेट्रोल की बात करें तो 7 साल पहले पेट्रोल 70 रुपए प्रति लीटर के करीब था जो अब 100 रुपए प्रति लीटर के पार निकल गया है।
मोदी सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 3 गुना और डीजल पर 7 गुना बढ़ी
केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी के जरिए टैक्स लेती है। मई 2014 में जब मोदी सरकार आई थी, तब केंद्र सरकार एक लीटर पेट्रोल पर 10.38 रुपए और डीजल पर 4.52 रुपए टैक्स वसूलती थी। ये टैक्स एक्साइज ड्यूटी के रूप में लिया जाता है।
मोदी सरकार में 13 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है, लेकिन घटी सिर्फ तीन बार। आखिरी बार मई 2020 में एक्साइज ड्यूटी बढ़ी थी। इस वक्त एक लीटर पेट्रोल पर 32.90 रुपए और डीजल पर 31.80 रुपए एक्साइज ड्यूटी लगती है। मोदी के आने के बाद केंद्र सरकार पेट्रोल पर तीन गुना और डीजल पर 7 गुना टैक्स बढ़ा चुकी है।
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