मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने सोमवार को गौतम अडाणी के ग्रुप को NDTV में 26% हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर लाने की मंजूरी दे दी। इसके साथ ही दुनिया के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन अडाणी के लिए NDTV के अधिग्रहण का रास्ता साफ हो गया है। अडाणी ग्रुप ने अगस्त में NDTV की 29.18% हिस्सेदारी खरीदी थी।
ओपन ऑफर 22 नवंबर से 5 दिसंबर तक
सेबी की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि अडाणी ग्रुप को मीडिया कंपनी के छोटे शेयरधारकों से अतिरिक्त इक्विटी खरीदने की अनुमति दे दी गई है। ग्रुप ने ओपन ऑफर की तारीख संशोधित करके 22 नवंबर से 5 दिसंबर कर दी है। ये ओपन ऑफर 492.81 करोड़ रुपए का है।
इसके लिए 294 रुपए प्रति शेयर की कीमत तय की गई है। अगर ये पूरी तरह सब्सक्राइब हो जाता है, तो अडाणी ग्रुप की NDTV में टोटल हिस्सेदारी 55.18% हो जाएगी। इसका सीधा मतलब होगा कि NDTV के बोर्ड पर अडाणी ग्रुप का कंट्रोल हो जाएगा।
अभी NDTV में 29.18% हिस्सेदारी
23 अगस्त को अडाणी ग्रुप ने VCPL के अधिग्रहण के जरिए NDTV में 29.18% हिस्सेदारी हासिल की थी, जिसकी RRPR होल्डिंग में 99.99% हिस्सेदारी है। इसके बाद अडाणी ग्रुप की फर्मों - विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL) ने AMG मीडिया नेटवर्क्स और अडाणी एंटरप्राइजेज के साथ ऐडिशनल 26% हासिल करने का प्रपोजल रखा है।
NDTV में 29.18% हिस्सेदारी हासिल करने की घोषणा के बाद, NDTV ने कहा था कि यह सौदा सेबी की अनुमति के बिना आगे नहीं बढ़ सकता। उनका कहना था कि 27 नवंबर 2020 को पारित एक आदेश में सेबी ने NDTV के फाउंडर - राधिका और प्रणय रॉय को 2 साल के लिए सिक्योरिटी मार्केट से बैन कर दिया था। यह बैन 26 नवंबर 2022 को खत्म होगा।
हालांकि, अडानी ग्रुप ने NDTV के इस दावे को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा प्रमोटर यूनिट RRPR होल्डिंग रेगुलेटर के उस आदेश का हिस्सा नहीं है, जिसमें फाउंडर प्रमोटर प्रणय और राधिका रॉय को सिक्योरिटी मार्केट में ट्रेडिंग से रोका गया है। VCPL ने कहा था कि RRPR 27 नवंबर, 2020 के सेबी के आदेश का पक्षकार नहीं है और प्रतिबंध इस पर लागू नहीं होते हैं।
5 पॉइंट्स में समझे पूरा मामला
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