इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) खड़गपुर ने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 को अपनाते हुए क्लासिकल एंड फोक आर्ट एकेडमी की शुरूआत की है। इंस्टीट्यूट ने बताया कि एकेडमी ऑफ क्लासिकल एंड फोक आर्ट्स का उद्घाटन 18 अगस्त 2020 किया गया। आईआईटी में यह अपनी तरह का पहला कोर्स है, जिसका मकसद छात्र-छात्राओं की रचनात्मक प्रतिभा को बढ़ावा देना है। आईआईटी खड़गपुर में एकेडमी ऑफ क्लासिकल एंड फोक आर्ट्स के जरिए संगीत, ललित कलाओं और परफॉर्मिंग आर्ट्स की ट्रेनिंग स्टूडेंट्स को दी जाएगी।
इनोवेशन और क्रिएटिविटी को मिलेगा बढ़ावा
शास्त्रीय एवं लोक कला अकादमी के प्रोफेसर-इन-चार्ज और कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर पल्लब दासगुप्ता के मुताबिक रचनात्मकता, सहयोग और सामुहिक निर्वाह की भावना को पारंपरिक रंगकला एवं रचनात्मक कलाओं के स्वरूपों के शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया में समाहित किया गया है। वर्तमान पीढ़ी को क्रिएटिव आर्ट को सीखने के लिए प्रेरित करने से उन्हें एकाग्रता, सहयोग, आत्मविश्वास और रचनात्मकता के संकायों को विकसित करने के योग्य बनाया जा सकेगा, जो कि साइंटिफिट इंटेलिजेंस के लिए उत्प्रेरक का काम करेगी।
नई शिक्षा नीति के तहत शुरू की पहल
आईआईटी खड़गपुर के प्रवक्ता के अनुसार शास्त्रीय एवं लोक कला अकादमी को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रस्तावों के अनुसार किया गया है, ताकि स्टूडेंट्स में इनोवेशन और क्रिटिएविटी को बढ़ावा दिया जा सके। प्रवक्ता ने बताया कि इंडियन क्लासिकल सिंगर पंडित अजॉय चक्रबर्ती इस नई अकादमी के ‘100 राग’ अभियान का नेतृत्व करेंगे।
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