देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नीट पीजी की परीक्षा को अगले चार महीनों के लिए टाल दिया गया है। देश में कोरोना महामारी के कारण बने हालात को देखते हुए मेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह फैसला किया है। इस बारे में सोमवार को PMO ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एग्जाम होने से एक महीने पहले स्टूडेंट्स को इसकी जानकारी दी जाएगी ताकि उन्हें तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिल सके। केंद्र सरकार ने इस मसले पर राज्यों को भी लेटर लिखा है। केंद्र ने कहा है कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की सरकारें हर नीट पीजी कैंडिडेट तक पहुंचने की कोशिश करें और जरूरत के इस वक्त में उन्हें कोविड वर्क फोर्स में शामिल करने के लिए राजी करें।
कोरोना मरीजों की मॉनिटरिंग करेंगे MBBS स्टूडेंट्स
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त मेडिकल स्टाफ की बढ़ती जरूरत की समीक्षा की थी। इस मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए। इसके तहत MBBS फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स की ड्यूटी कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों की मॉनिटरिंग के लिए लगाई जाएगी। वहीं, BSc (नर्सिंग)/GNN पास नर्सों की सेवाएं सीनियर डॉक्टरों की निगरानी में फुल-टाइम नर्सिंग के लिए ली जाएंगी।
इसके साथ ही जिन मेडिकल कर्मचारी ने कोविड-19 ड्यूटी के 100 दिन पूरे कर लिए हैं, उन्हें भविष्य में सरकारी नौकरियों में वरीयता दी जाएगी। ऐसे कर्मचारियों को प्रधानमंत्री कोविड राष्ट्रीय सेवा सम्मान (Prime Minister’s Distinguished Covid National Service Samman) भी दिया जाएगा। इसके अलावा मेडिकल इंटर्न की ड्यूटी भी कोविड मैनेजमेंट में सीनियर डॉक्टरों की देखरेख में लगाई जाएगी।
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