सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मैसेज काफी वायरल हो रहा है। इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं बोर्ड की परीक्षा खत्म कर दी है। जिसके बाद अब सिर्फ 12वीं में ही बोर्ड परीक्षा देनी होगी। हालांकि, इस बात का खंडन करते हुए भारत सरकार की फैक्ट चैक ऑर्गेनाइजेशन PIB फैक्ट चैक ने इस मैसेज को फेक बताया है।
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
इस बारे में PIB फैक्ट चैक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट शेयर कर कहा कि , 'इंटरनेट पर वायरल एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं बोर्ड खत्म कर अब सिर्फ 12वी कक्षा में बोर्ड की परीक्षाएं होंगी। यह दावा पूरी तरह फर्जी है। शिक्षा मंत्रालय ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है।'
43 साल बाद मिली नई शिक्षा नीति
केंद्र सरकार ने 29 जुलाई, 2020 को देश की नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी थी। यह 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है, जो 34 साल पुरानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986 की जगह लेगी। इसके तहत अब छात्र-छात्राओं को साल में दो बार परीक्षाएं देने का मौका मिल सकेगा। नई शिक्षा नीति ने 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम को आसान कर दिया है। इससे सभी स्टूडेंट्स अब साल में दो बार बोर्ड एग्जाम दे सकेंगे। इतना ही नहीं इस नई नीति के तहत 5वीं तक और जहां तक संभव हो सके 8वीं तक मातृभाषा में ही पढ़ाई कराई जाएगी।
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