विभागीय जांच के दौरान नियम विरुद्ध तरीके से चुनाव में ड्यूटी लगा देने और ड्यूटी न करने पर निलंबन की कार्रवाई करते हुए वेतन रोक देने के विरोध में आदिवासी कर्मचारी के आश्रित परिवार ने बुधवार से रंगमंच मैदान में अनिश्चितकालीन धरने शुरू कर दिया। जिले में इस तरह का संभवतः यह पहला मामला है, जब कर्मचारी की प|ी और भाई को हड़ताल करने की नौबत आई हो।
परिजन का आरोप है कि जिले के ओड़गी तहसील कार्यालय में कार्यरत सहायक ग्रेड 3 हेमंत कुमार नेताम पिछले 6-7 माह से प्रशासनिक प्रताड़ना का शिकार हो गया है। किसी मामले को लेकर उसके विरुद्ध विभागीय जांच शुरू कर दी गई है और इसी दौरान उसकी विधानसभा चुनाव में ड्यूटी भी लगा दी गई।
हेमंत का कहना है, कि विभागीय जांच के दौरान चुनाव कार्य में ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती। इसी नियम के तहत उसने चुनाव ड्यूटी से इनकार कर दिया। जिसकी जानकारी प्रतिवेदन के माध्यम से उन्होंने विभाग प्रमुख और कलेक्टर को भी दी, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम को संज्ञान में लेकर निराकरण करने की बजाय हद तो तब हो गई, जब हेमंत कुमार नेताम को सस्पेंड कर दिया गया। सस्पेंड के दौरान उसे वेतन से भी वंचित कर दिया गया। पिछले 6-7 महीने से वेतन न मिलने के कारण हेमंत नेताम के साथ-साथ उसकी प|ी यशोदा नेताम और परिवार की स्थिति खराब हो गई।