नेशनल हाईवे में हो रहे अतिक्रमण की मिल रही शिकायत व चौड़ीकरण सर्वे को लेकर नजूल, पालिका व राष्ट्रीय राजमार्ग का सयुंक्त अमला सड़क पर उतरा। लेकिन अमले में तकनीकी जानकारी रखने वाले नहीं होने से लोगों को समझाईश देकर ही संतोष करना पड़ा। हालांकि अमले के सड़क पर उतरने के बाद व्यापारियों में जरूर हलचल मच गई थी।
कार्रवाई के लिए तीनों विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बुधवार दोपहर एक बजे से दूध नदी पुल के निकट से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की शुरू की। तय किया गया था अतिक्रमण के दायरे में आ रहे शेड आदि के हटाने की समझाईश देने के साथ ही सामान आदि को जब्त किया जाएगा। लेकिन जब कार्रवाई शुरू की गई तो टीम में राजस्व विभाग के आरआई के नहीं होने से अतिक्रमण की स्थिति जानने में परेशानी होने लगी। इससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि कहां तक पट्टे की जमीन है और कहां से कब्जा किया गया है। दुकानदार अपने शेड आदि को पट्टे के दायरे में ही होना बताते रहे। जिससे टीम ने निर्णय लिया कि पहले सड़क के दोनों ओर सभी दुकानदारों को समान बाहर नहीं निकालने व अतिक्रमण को स्वयं से तोड़ने की समझाईश दे दी जाए। दूध नदी पुल से मस्जिद चौंक तक सभी दुकानदारों को यह समझाईश देकर टीम वापस लोट गई। साथ ही कहा कि यदि अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार टीपी साहू, मुख्य नगर पालिका लाल अजय बहादुर के अलावा राष्ट्रीय राज मार्ग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी लाल अजय बहादुर नेशनल हाईवे के अनुसार सड़क की जो चौड़ाई होनी चाहिए उसकी जांच की जाएगी। साथ ही दुकानदारों ने अतिक्रमण कर शेड बना सामानों को बाहर निकाला है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पहले समझाईश दी गई है। पट्टे की जमीनों को लेकर उच्च स्तर पर योजना बनाई जाएगी।
कांकेर. दुकान के बाहर रखे समान को अंदर रखने की समझाईश देती टीम।
बाजार के मार्ग से हटेगा का बेरिकेड्स
बाजार जाने वाले पुराना देना बैंक मार्ग में पड़ने बेरिकेड्स को हटाने का आदेश अधिकारियों ने दिया है। थाना की दीवार से सटी पान दुकान व मंदिर के बीच लगे बेरिकेड्स के कारण लोगों का आना जाना बंद हो गया था। जिससे वहां दुकानदारों ने समान रख कब्जा कर लिया था। दूसरी लगे बेरिकेड्स के बाद भी इसी तरह दुकानदार कब्जा कर रखे हैं। जिससे राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
नोटिस साथ लेकर चल रहे थे लेकिन बांटा नहीं
अतिक्रमण हटाने टीम पूरी तैयारी के साथ मौके पर पहुंची थी। टेप व नक्शा के साथ नोटिस की थप्पी भी लाई गई थी। जिसमें नाप के बाद अतिक्रमण का नाम दर्ज करने रिक्त स्थान छोड़ दिया गया था। लेकिन नापा नहीं होने के कारण नोटिस भी नहीं बांटी जा सकी। जिसमें अतिक्रमण कर शेड, चबूतरा आदि को हटाने के संबंध लिखा गया गया था।
अमले को देख व्यापारियों में मच गया हड़कंप
अमला जैसे ही दूध नदी पूल के पास पहुंचा व्यापारियों में हड़कंप मच गया। व्यापारी यही जानने में जुट गए कि क्या अमला कार्रवाई के निकला है। कुछ व्यापारी तत्काल दुकान के बाहर रखे सामानों को समेटने लगे। व्यापारियों को जब जानकारी हुई की टीम सिर्फ समझाईश देने आई तो उन्होंने राहत की सांस ली।
9 मीटर के दायरे में लगाएंगे निशान
टीम में शामिल राष्ट्रीय राजमार्ग कर्मचारी अपने साथ सड़क का नक्शा भी रखे थे। जिसमें सड़क की कुल चौड़ाई 18 मीटर व उसके दायरे में आ रहे पट्टे वाले मकान तथा अतिक्रमण को चिह्नांकित किया गया था। टीम का यह भी कहना था कि अतिक्रमण हटाने के साथ साथ सड़क के बीच से दोनों ओर 9 मीटर में निशान लगाया जाएगा। जिसके दायरे में आए पट्टे वाले मकानों को वर्तमान में कुछ नहीं किया जाएगा। लेकिन यह कार्य भी संभव नहीं हो सका।