भास्कर न्यूज | दिल्ली/रायपुर
संसद के बजट सत्र के अंतिम दिन छत्तीसगढ़ के भाजपा और कांग्रेस सांसदों ने एक साथ समय गुजारा। भाजपा से राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम के घर पर सांसदों ने घंटों बातचीत की। इसमें भाजपा सांसद अभिषेक सिंह, रणविजय सिंह और कांग्रेस के मोतीलाल वोरा शामिल नहीं थे। तो सरोज पांडेय ज्यादा देर नहीं रुकी, जल्दी चली गई। सांसदों के बीच अधिक चर्चा छत्तीसगढ़ की नई सरकार के काम-काज पर हुई। कुछ भाजपा सांसदों ने भूपेश सरकार के काम-काज की तारीफ की, पर भूपेश सरकार द्वारा ताबड़तोड़ लिए गए जांच के फैसलों की आलोचना भी की। भाजपा सांसदों ने यह भी कहा कि अगर भूपेश सरकार ने कुछ गैर जरूरी फैसले नहीं लिए तो सरकार बिना किसी दिक्कत के चलेगी। इसके साथ ही अगले लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने को लेकर सांसदों के चेहरे पर चिंता भी झलकी। टिकट को लेकर भाजपा सांसद बंशीलाल महतो ने एक कहानी भी बताई। वहीं सांसद रमेश बैस ने कहा कि पार्टी का जो भी निर्णय होगा वह मान्य होगा।
वैसे कुछ सांसदों ने कहा कि स्थानीय को टिकट मिलेगा तो ही जीतेंगे।